नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) की खराब वित्तीय हालत या अधिकारियों की लापरवाही कहें. जर्जर मकानों की पहचान करने वाले निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल के स्टाफ क्वाटर जर्जर हुए पड़े है. वहीं दीवारों का प्लास्टर भी गिर रहा है. इसकी वजह से लोगों को किराए के मकानों में रहना पड़ रहा है.
अधिकारी नहीं सुनते बात
निगमकर्मी ओम प्रकाश बताते हैं कि स्वामी दयानंद अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के लिए 90 के दशक में कई फ्लैट्स बनाएं थे. तब एच ब्लॉक में 12 फ्लैट थे जिसमें, 12 परिवार रहते थे, लेकिन देखरेख के आभाव में मकानों की हालत बद से बदतर होती चली गई. यहां रहने वालों की बार बार शिकायत के बाद भी जब अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो कर्मचारियों ने इसे छोड़ना ही बेहतर समझा. अब यहां सिर्फ तीन परिवार ही रहते हैं.