नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति में पर्यावरण प्रबंधन सेवा समिति के अध्यक्ष के.के अग्रवाल ने साल 2019-20 के संशोधित बजट अनुमान और आगामी वित्तीय साल 2020-21 का बजट अनुमान पेश किया है. के.के अग्रवाल ने अपने बजट भाषण में कूड़े के निस्तारण में वैज्ञानिक पद्धति पर जोर दिया.
ठोस कूड़े के प्रबंधन नियम 2017 लागू
के.के अग्रवाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में ठोस कूड़े के प्रबंधन नियम 2017 को लागू कर दिया है. जिसके मुताबिक कूड़े का संकलन, पृथक्करण और निस्तारण वैज्ञानिक पद्धति से करवाना तय किया गया है.
जिसके अंतर्गत घर-घर से कचरे का संग्रह और नामित साइटों पर ले जाने का कार्य निजी क्षेत्र की कंपनी करेगी. ये कंपनी अत्याधुनिक तरीके से कूड़े का संकलन, पृथक्करण और निस्तारण करेगी. जिससे कि ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2017 का पालन किया जा सके.
शहरी विकास कोष से अत्याधुनिक मशीनों की खरीद
के.के अग्रवाल ने बताया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम की आर्थिक स्थिति दयनीय है इसको देखते हुए आवास और शहरी विकास मंत्रालय भारत सरकार में ठोस कचरा प्रबंधन और धूल के कणों के जरिए होने वाली वायु प्रदूषण को कम करने के लिए शहरी विकास कोष से करीब 71 करोड़ की संशोधित राशि स्वीकृत की थी. इस फंड से विभिन्न मशीनें निगम में खरीदी गई है. जिसका इस्तेमाल निगम में किया जा रहा है .
स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग में सुधार
के.के अग्रवाल ने बताया कि सीमित संसाधनों के बावजूद पर्यावरण प्रबंधन सेवा विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के प्रयास से पूर्वी दिल्ली नगर निगम की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 में 240 रैंकिंग हासिल कर पिछले साल की तुलना में 101 पायदान का सुधार किया है.
अग्रवाल ने बताया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम को बड़े नालों की सफाई के लिए मशीन की जरूरत है. बजट में बड़े नाले की सफाई के लिए मशीन खरीदने के लिए फण्ड की मांग की गई है.