नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति की बैठक में विपक्ष की तरफ से आम आदमी पार्टी की निगम पार्षद गीता रावत ने आगामी वित्त वर्ष के लिए प्रस्तुत कमिश्नर के बजट पर चर्चा करते हुए कमिश्नर के बजट को कागजी बताया है.
जनता के हित में नहीं है टैक्स बढ़ाना
गीता रावत ने कहा कि कमिश्नर ने अपने बजट में नए कार्य का प्रस्ताव और पुराने कर को बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है जो जनहित में नहीं है. जनता पहले से ही कोरोना महामारी से परेशान है. लॉकडाउन में उनकी नौकरियां चली गई. ऐसे में नया टैक्स जनता पर बोझ होगा. ईडीएमसी दिल्ली सरकार के भरोसे योजना बनाती है.
निगम की आय बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं
गीता रावत ने कहा कि हमें कागजों पर योजना नहीं बनानी चाहिए, योजना ऐसी बनानी चाहिए जिसे हम धरातल पर पूरा कर सकें. कमिश्नर के बजट में आय का स्रोत बढ़ाने का कोई जिक्र नहीं है. निगम अपने संसाधन से कैसे आय बढ़ा सकें इस पर बजट में कोई प्रस्ताव नहीं है.
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रोजगार सेंटर खोलने से बढ़ सकती है निगम की आय
गीता रावत ने कहा कि हर एक वार्ड में लाइसेंस सेंटर खोल कर भी हम निगम की आय बढ़ा सकते हैं. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लाइसेंस लेकर अपना रोजगार शुरू करें और निगम की आय भी बढ़ सके. इसके अलावा समुदाय भवन पर मोबाइल टावर लगाने की योजना बनाई गई थी वह भी पूरी नहीं हुई है. बजट में कहा गया कि निगम के स्कूल के बच्चों को टैबलेट दिया जाएगा जबकि निगम के बाद अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा नहीं है ऐसे में बच्चों को टैबलेट कहां से दिया जाएगा.