नई दिल्ली: दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत ने आईटीओ के यमुना घाट का जायजा (Kailash Gehlot inspected ITO Chhath Ghat) लिया. इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारी और छठ पूजा समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे. इस मौके पर कैलाश गहलोत ने बताया कि दिल्ली सरकार 1100 घाटों पर छठ पूजा (Chhath Puja 2022) आयोजन की व्यवस्था कर रही है. सभी घाटों पर अच्छी व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने खुद अधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग की है.
कैलाश गहलोत ने आईटीओ के हाथी घाट पर किस तरह का इंतजाम किया गया है इसका जायजा लिया है और सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि व्यवस्था में कोई भी कमी नहीं रहनी चाहिए. यमुना नदी को लेकर एनजीटी के जो ऑर्डर हैं उसका दिल्ली सरकार पालन करेगी. यमुना घाट के किनारे छठ पूजा की अनुमति होगी या नहीं इसका फैसला स्थानीय जिला प्रशासन की तरफ से किया जाएगा.
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कैलाश गहलोत ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि एनजीटी के ऑर्डर का पालन करने हो, साथ ही यह महापर्व लोग बिना किसी व्यवधान के हर्षोल्लास के साथ मनाएं. गहलोत ने कहा कि रिव्यू मीटिंग में पता चला कि कई यमुना तट पर मिट्टी गिरी है, जिससे वहां दलदल हो गया है. इसलिए वहां से छठ घाट को शिफ्ट किया जा रहा है.
वहीं इस मौके पर मौजूद आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने बताया कि दिल्ली में 22 यमुना घाटों पर छठ पूजा मनाया जाता रहा है. लेकिन इस वर्ष देरी से बाढ़ आने की वजह से कई यमुना तट गिला है और वहां दलदल भी है जिसकी वजह से 22 में से 12 यमुना के घाटों पर छठ पूजा मनाने की इजाजत दी गई है. कालिंदी कुंज घाट पर भी इजाजत नहीं दी गई है.
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गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में छठ पूजा को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. भारतीय जनता पार्टी की तरफ से दिल्ली सरकार पर छठ पूजा को लेकर घाटों की व्यवस्था नहीं करने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि आम आदमी पार्टी की तरफ से बीजेपी पर छठ घाट को लेकर राजनीति करने का आरोप माना जा रहा है.
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