नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में साइबर ठगी के दो मामले सामने आए हैं. पहला मामला नोएडा के सेक्टर 147 स्थित एक सोसायटी में रहने वाले व्यक्ति दर्ज करया, जिसमें 10,05,194 रुपये की साइबर ठगी की गई. पीड़ित नीतनेश शर्मा ने अपनी जिम साइकिल बेचने के लिए ओएलएक्स पर पोस्ट डाला था. साइबर ठग ने सीआईएसएफ का जवान बनकर पीड़ित से संपर्क किया और उसे झांसा देकर ठगी को अंजाम दिया. इसके बाद सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाने में पीड़ित नीतनेश शर्मा ने मामला दर्ज कराया.
पीड़ित ने बताया कि 18 मार्च को उसने ओएलएक्स पर अपनी जिम साइकिल बेचने के लिए पोस्ट डाला था. उस पोस्ट को पढ़कर श्रीकांत नाम के व्यक्ति ने उससे संपर्क किया. उसने बताया कि वह दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीआईएसएफ कॉन्स्टेबल के रूप में कार्यरत है. उसने पीड़ित से 25 हजार रुपये में जिम साइकिल खरीदने की बात कही. इसके बाद उसने पीड़ित का विश्वास जीतने के लिए दो-तीन छोटी पेमेंट की. साथ ही उसने एक अन्य व्यक्ति को अपना अधिकारी बताकर नीतनेश से बात कराई. इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित को अपने झांसे में लेकर कई बार में उसके खाते से 10,05,194 रुपए निकाल लिए.
वहीं दूसरा मामला सेक्टर 21 जलवायु विहार से सामने आया. यहां कि निवासी पलक अग्रवाल ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि बीते 10 मार्च को उसके पास एक फोन आया था. फोन करने वाले ने उसे घर बैठे एक ट्रेडिंग वेबसाइट के माध्यम से मोटी रकम कमाने का लालच दिया. इसपर पलक ने विश्वास कर ट्रेडिंग अकाउंट खोलने का प्रयास किया, लेकिन ठगों ने उसके अकाउंट को हैक कर कई बार में 10 लाख 50 हजार रुपए निकाले.
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दोनों साइबर ठगी के मामले में साइबर थाना सेक्टर 36 की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि आजकल साइबर ठग सेना, अर्धसैनिक बलों, पुलिस, रक्षा मंत्रालय के अधिकारी बनकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं. बाद में जब व्यक्ति उनपर विश्वास करके उनसे लेन-देन करता है तो साइबर ठग उनके बैंक खाते को हैक कर लाखों रुपए की रकम उड़ा देते हैं. वहीं ट्रेडिंग के नाम पर हुई ठगी की शिकार पीड़िता के बारे में बताया गया कि वह सऊदी अरब में रहकर अपना कारोबार करती है. यह भी बताया गया कि वह उत्तर प्रदेश के एक बड़े पुलिस अधिकारी की रिश्तेदार है. थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों ही मामले में रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है.
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