नई दिल्लीः कोरोना वायरस के खतरे के बीच पूर्वी दिल्ली नगर निगम सार्वजनिक शौचालय सवाल के घेरे में है. यहां सत्ता पक्ष के ही निगम पार्षद व पूर्व मेयर बिपिन बिहारी सिंह ने सवाल उठाया है. बिपिन बिहारी सिंह ने स्टैंडिंग कमिटी की मीटिंग में कहा कि निगम के सार्वजनिक शौचालय की स्थिति खराब है, जहां सफाई व्यवस्था की हालत बद से बदतर है. बिपिन बिहारी ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने जगह-जगह टॉयलेट बनाया.
'सिर्फ स्वच्छता सर्वे के दौरान होती है सफाई'
बिपिन ने कहा कि रखरखाव और साफ सफाई की व्यवस्था नहीं होने की वजह से टॉयलेट इस्तेमाल के लायक नहीं है. पूर्व मेयर ने कहा कि निगम ने टॉयलेट का निर्माण कर दिया, लेकिन टॉयलेट के रखरखाव और सफाई के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं कि गई.
बिपिन बिहारी सिंह ने कहा कि स्वच्छता रैंकिंग में अच्छा रैंक पाने के लिए ही टॉयलेट की सफाई की जाती है. स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान कमिश्नर के आदेश पर टॉयलेट साफ किया जाता है, उसके बाद यहां देखने के लिए भी कोई कर्मचारी नहीं पहुचता है.
नोएडा और गाजियाबाद से सीखे निगम
पूर्व मेयर ने बताया कि दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा ओर गाजियाबाद में भी सार्वजनिक शौचालय बनाया गया है, जिसकी साफ सफाई की व्यवस्था अच्छी है. वहां काम योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है. टॉयलेट के छतों पर एडवर्टीजमेंट लगा कर, उससे होने वाली कमाई से टॉयलेट की सफाई हो रही है. उन्होंने कहा कि नोएडा और गाजियाबाद से पुर्वी निगम को सीखने की जरूरत है.