नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडाः ग्रेटर नोएडा पुलिस का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है. कैंसर पीड़ित को पुलिस वालों ने बिना किसी कारण के हवालात में अवैध रूप से बंद रखा तथा उसके साथ मारपीट की. इस बाबत पीड़ित ने थाना दादरी में बीती रात को मुकदमा दर्ज करवाया है. मुकदमा कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ है. इस मामले में उपनिरीक्षक अनूप दीक्षित, तीन अज्ञात पुलिसकर्मी तथा एक सोसाइटी के सिक्योरिटी मैनेजर मोहित सहित कई लोगों के खिलाफ धारा 323, 504, और 342 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है.
पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह की मीडिया सेल से मिली जानकारी के अनुसार, गौर अतुल्यम अपार्टमेंट ओमिक्रान- प्रथम में रहने वाले शशांक सिंह पुत्र पीके सिंह (34 वर्ष) ने न्यायालय के आदेश पर बीती रात को थाना दादरी में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. उन्होंने अपनी सोसाइटी के सिक्योरिटी मैनेजर मोहित कुमार तथा थाना दादरी में तैनात उपनिरीक्षक अनूप दीक्षित, तीन अज्ञात पुलिसकर्मी तथा तीन सिक्योरिटी गार्ड को नामित करते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है.
उन्होंने बताया कि पीड़ित के अनुसार 21 फरवरी 2023 को वह अपनी सोसाइटी के पास बने मार्केट में अपने दोस्त चेतन शर्मा की कार में बैठ कर इंतजार कर रहे थे. तभी सिक्योरिटी मैनेजर मोहित अपने तीन-चार अन्य गार्डों के साथ वहां पर आया तथा कार खड़ी करने को लेकर उसने उनके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी.
पुलिस ने की बदसलूकीः पुलिस के मीडिया सेल ने बताया कि पीड़ित के अनुसार आरोपी ने अजायबपुर पुलिस चौकी पर तैनात उपनिरीक्षक अनूप दीक्षित व तीन चार पुलिसकर्मियों को बुलाया. इन लोगों ने भी उनके साथ बदसलूकी की. पीड़ित के अनुसार उसने पुलिस वालों से कहा कि सिक्योरिटी मैनेजर उनके साथ बदतमीजी कर रहा है तथा उसकी गलती है तो पुलिस वालों ने उसकी बात नहीं सुनी और पीड़ित और उसके दोस्त को पकड़कर थाने ले गए.
पीड़ित का आरोप है कि पुलिस वालों ने उसके साथ जमकर मारपीट की. इसकी वजह से उसके कान का पर्दा फट गया. पीड़ित के अनुसार उसके मोबाइल फोन को भी जबरन छीन लिया गया. उन्होंने बताया कि पीड़ित के अनुसार वह ब्लड कैंसर का मरीज है. उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.