नई दिल्ली:1998 से 2013 तक विधायक रहे अरविंदर सिंह लवली दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके हैं. 2013 में भी लवली ने गांधीनगर से जीत दर्ज की थी, लेकिन 2015 में कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया. उसके बाद 2017 में लवली ने भाजपा ज्वाइन कर लिया था, लेकिन पिछले ही साल इनकी फिर घर वापसी हो गई.
अब कांग्रेस ने अपने इस अजेय रहे विधायक को संसदीय चुनाव के लिए पूर्वी दिल्ली से अपना चेहरा बनाया है. टिकट की घोषणा होने के बाद अरविंदर सिंह लवली ने ईटीवी भारत से बातचीत में राहुल गांधी और यमुनापार की जनता का धन्यवाद दिया.
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि पूर्वी दिल्ली से किसी यमुनापार के नेता को ही टिकट मिला है. यह यमुनापार की जनता का सम्मान है. मैं यही पैदा हुआ हूं, यही पर मैंने राजनीति शुरू की.
पूर्वी दिल्ली से अभी भाजपा के महेश गिरी सांसद हैं. क्या अरविंदर सिंह लवली महेश गिरी को चुनौती मानते हैं, इस सवाल पर लवली ने कहा कि महेश गिरी पांच साल से सांसद हैं, लेकिन अब उम्मीद है कि जब चुनाव आया है तो जनता उन्हें क्षेत्र में देखेगी.
आम आदमी पार्टी ने यहां से शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार रही आतिशी को उम्मीदवार बनाया है और वे शिक्षा में दिल्ली सरकार के कामों को लेकर जनता के बीच जा रही हैं. इसे लेकर अरविंदर सिंह लवली ने शिक्षा को लेकर दिल्ली सरकार के दावों पर सवाल उठाया.
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि 2004 में शिक्षा मंत्री रहते हुए मैंने जो कदम उठाए थे उसी पर आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार आगे बढ़ रही है.परिवहन मंत्री रहते हुए शुरू किए गए अपने कामों का भी लवली ने जिक्र किया.
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि वह मंगलवार को अपना नामांकन दर्ज करेंगे, नामांकन में कांग्रेस के पूर्व काउंसलर से लेकर पूर्व विधायक और जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष सहित सभी स्थानीय नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे.