नई दिल्ली/गाजियाबाद: देश की पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के अंतर्गत प्रायोरिटी सेक्शन का हाल ही में उद्घाटन किया गया और इसे 21 अक्टूबर से यात्री सेवा के लिए खोल दिया गया. पहले दिन 10 हजार से अधिक लोगों ने नमो भारत रैपिड रेल में सफर का आनंद लिया. एनसीआरटीसी ने यात्रियों और आरआरटीएस इंफ्रास्ट्रक्चर के सरंक्षा और सुरक्षा के लिए साथ ही किसी भी गैरकानूनी गतिविधियों की पहचान और बचाव के लिए आधुनिकम तकनीकों पर आधारित परिष्कृत सुरक्षा प्रणाली स्थापित की है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से भी लैस है.
ऐसा काम करेगी प्रणाली: दरअलल साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो के स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों द्वारा निगरानी रखी जा रही है. यहां दो स्तरीय निगरानी सुनिश्चित की गई है. एक स्टेशन स्तर पर और दूसरा केंद्रीय स्तर पर. पूरे सिस्टम में कहीं, कोई भी संदिग्ध या गलत हरकत इन सीसीटीवी कैमरों में आसानी से कैद हो जाएगी. वहीं नमो भारत ट्रेनों में एआई से लैस 36 कैमरे लगाए गए हैं, जो किसी भी गलत हरकत, अनधिकृत प्रवेश, लावारिस सामान, भीड़भाड़ आदि के बारे में अलर्ट जारी करेंगे. इसपर एक सुरक्षा नियंत्रण कक्ष, चौबीसों घंटे यात्रियों की सुरक्षा पहलुओं की निगरानी कर रहा है और सभी सुरक्षा कर्मचारी इसके संपर्क में रहते हैं.
यहां भी एआई का इस्तेमाल: इन स्टेशनों में प्रवेश के समय यात्रियों की सुरक्षा जांच मल्टी जोन डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) द्वारा की जा रही है. डीएफएमडी यात्रियों की सिर से पैर तक पूरी जांच करता है, जो किसी भी संदिग्ध वस्तु को स्टेशन के अंदर पहुंचने से रोकेगा. इसके अलावा, स्टेशन में एंट्री पर बैगेज स्कैनर भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की खूबी से लैस हैं, जो सभी प्रकार के सामान को आसानी से स्कैन करने में सक्षम हैं.
यात्रियों की सुरक्षा करेगी यूपीएसएसएफ: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी स्टेशनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) को सौंपी है. प्रायोरिटी सेक्शन के स्टेशनों पर सुरक्षा बलों की पहले ही तैनाती की जा चुकी है. एनसीआरटीसी ने इन यूपीएसएसएफ के सदस्यों को परिचालन प्रक्रियाओं के साथ विभिन्न अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों के उपयोग और आपातकालीन स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने का प्रशिक्षण भी दिया है.
हर स्टेशन पर पुलिस पोस्ट का प्रावधान: यूपी पुलिस द्वारा थानों में कानून-व्यवस्था संबंधी अपराधों की जांच एवं रोकथाम के लिए क्विक रिएक्शन टीम, बम डिटेक्शन एवं डिस्पोजल स्क्वाड के साथ डॉग स्क्वायड आदि को भी तैनात किया गया है. सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में खोले गए प्रायोरिटी सेक्शन नेटवर्क के लिए गाजियाबाद कमिश्नरेट में एक पुलिस स्टेशन को नामित किया है और कानून और व्यवस्था लागू करने के लिए प्रत्येक आरआरटीएस स्टेशन पर एक पुलिस पोस्ट का प्रावधान भी किया है. एनसीआरटीसी नवीनतम तकनीक और एआई का उपयोग करके सुरक्षा जांच में लगने वाले समय को कम करने का प्रयास किया जा रहा है.
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