नई दिल्ली: राजधानी में पुलिस की हिरासत में गाड़ी से कूदने वाले शख्स की मौत होने का मामला सामने आया है. दरअसल, मंगलवार रात करीब नौ बजे एक युवती ने व्यक्ति द्वारा शराब के नशे में झगड़ा करने को लेकर कॉल की. इस पर एएसआई मिंटू और कॉन्स्टेबल इमरान सहित आठ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे. कॉल करने वाली महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी प्रमोद ने उसके साथ छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार किया है.
इसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया और गाड़ी में बैठाकर उस्मानपुर थाना ले जाने लगे. लेकिन पुलिस स्टेशन के पहले ही आरोपी ने कांच की खिड़की खोलने के बाद वाहन से छलांग लगा दी. इससे वह सड़क पर गिरकर घायल हो गया. इसके बाद पुलिसकर्मी उसे जग प्रवेश अस्पताल ले गए, जहां से उसे जीटीबी अस्पताल रेफर कर दिया गया.
घायल प्रमोद को एम्बुलेंस से जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां सीटी स्कैन की अनुपलब्धता के कारण उसे वहां भर्ती नहीं किया जा सका और उसे एलएनजेपी अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहीं एलएनजेपी अस्पताल में आईसीयू में वेंटिलेटर बेड न होने की वजह से उसे वहां भी भर्ती नहीं किया जा सका. इसके बाद घायल को आरएमएल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां भी उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया गया. इसपर घायल को फिर से जेपीसी अस्पताल लाया गया, जहां घायल को सुबह 05:45 बजे मृत घोषित कर दिया गया.
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डीसीपी जॉय टीर्की ने बताया की शव के पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जा रहा है. मामले में आगे की जांच की कार्रवाई जारी है. उन्होंने बताया कि मृतक दो आपराधिक मामलों में संलिप्त पाया गया. साथ ही उन्होंने अस्पताल व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि, अजीब बात है कि मरीज अस्पताल से अस्पताल के चक्कर काटता रहा और कोई भी अस्पताल उसे उचित उपचार नहीं दे सका.
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