नई दिल्लीः पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेस-3 इलाके में स्थित वनस्थली पब्लिक स्कूल का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक टीचर द्वारा कुछ छात्रों के हाथ में बंधे कलावा को काटे जाने की बात कही जा रही है. छात्रों का कहना है कि एक शिक्षक ने उसके हाथ में बंधे कलावे को कटवा दिया. इतना ही नहीं, उसे स्कूल से भी निलंबित कर दिया गया.
घटना के बाद भारी तादाद में अभिभावक और हिंदू संगठन के लोग स्कूल के बाहर पहुंच गए और विरोध जताते हुए जमकर नारेबाजी की. इस घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय बीजेपी पार्षद मुनेश डेढ़ा भी मौके पर पहुंची और उन्होंने समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. मुनेश डेढ़ा के हस्तक्षेप के बाद आरोपी टीचर रवि को सस्पेंड कर दिया गया. साथ ही जिन छात्रों कलावा काटा गया था. उसके हाथों में दोबारा कलावा बांधा गया है. स्कूल की प्रिंसिपल खुद इन बच्चों को कलावा बांधी. इस बात की जानकारी खुद बीजेपी पार्षद मुनेश डेढ़ा ने दी है.
एक वीडियो में छात्रों ने आरोप लगाया है कि उसके हाथों में बंधे कलावे को डस्टबिन में फेंकने के लिए कहा गया. जिन बच्चों ने कलावे को खोलकर टीचर्स को दे दिया वह तो ठीक और जिन बच्चों ने कलावा खोलने से इनकार किया तो उन 4 से 5 बच्चों को स्कूल प्रशासन द्वारा निलंबित कर दिया गया. इसके बाद स्कूल के बच्चे अभिभावक और कुछ स्थानीय लोगों ने स्कूल के बाहर ही विरोध करना शुरू कर दिया. जय श्रीराम के नारे भी लगाए गए.
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बच्चों का समर्थन कर रहे लोगों का स्पष्ट कहना था कि यह सीधे तौर पर आस्था के साथ खिलवाड़ है और इस बात को लेकर स्कूल प्रशासन और संबंधित टीचर द्वारा बच्चों से माफी मांगनी चाहिए और उन्हें दोबारा स्कूल में प्रवेश देना चाहिए. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह प्रभु श्री राम का भी अपमान है. केवल कलावा पहनने और जय श्री राम बोलने पर एक स्कूल में बच्चों को स्कूल से निकाल देना उचित नहीं है. पुलिस की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.