नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम के मेयर शैली ओबेरॉय ने प्रदूषण को नियंत्रित करने को लेकर एमसीडी द्वारा किया जा रहे उपायों को लेकर सोमवार को सिविक सेंटर में अधिकारियों के साथ बैठक की. मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि दिल्ली नगर निगम, दिल्ली सरकार के साथ मिलकर प्रदूषण की रोकथाम में जुटा हुआ है. प्रदूषण को लेकर जारी गाइडलाइन का कड़ाई से पालन हो इसका निर्देश अधिकारियों को दिया गया है.
तेरह हॉटस्पॉट की पहचान की गई, 517 सर्विलांस टीम को लगाया गया
मेयर ने बताया कि दिल्ली के अलग-अलग इलाके में तेरह हॉटस्पॉट की पहचान की गई है जहां प्रदूषण का असर ज्यादा है. 517 सर्विलांस टीम को लगाया गया है . जिसमें 1100 कर्मचारी और अधिकारी को नियुक्त किया गया है.
प्रतिबंध के बावजूद निर्माण कार्य करने वाले पर 10 लाख तक का जुर्माना
खुले में आग जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. निर्माण कार्य पर पाबंदी लगा दी गई है .मलवा फेंकने पर रोक लगाई गई है.मलवा फेंकने वालों और खुले में आग जलाने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है पकड़े जाने पर 25000 का चालान किया जा रहा है.प्रतिबंध के बावजूद निर्माण कार्य करने वाले पर 10 लाख तक का जुर्माना लगाया जा रहा है.
निगम के प्रत्येक जोन में 20 लाख का फंड की मंजूरी
मेयर ने बताया कि प्रदूषण के रोकथाम के लिए किया जा रहे कार्यों के लिए निगम के प्रत्येक जोन में 20 लाख का फंड की मंजूरी दी है. वॉटर स्प्रिंकलर ,जेट्टिंग मशीन और एंटी स्मोक गन से पानी का लगातार छिड़काव किया जा रहा है. अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि प्रदूषण को बढ़ाने वालों पर कार्रवाई की जाए.
पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से दिया गया 60 स्प्रिंकलर और एंटी स्मोक मशीन
शैली ओबेरॉय ने कहा कि दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से 60 स्प्रिंकलर मशीन और एंटी स्मोक मिला है जिसका इस्तेमाल किया जा है. मेयर ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि कंस्ट्रक्शन पर रोक है, कंस्ट्रक्शन ना करें, दिवाली में पटाखे का इस्तेमाल न करें , प्रदूषण के रोकथाम में दिल्ली नगर निगम और दिल्ली सरकार का सहयोग करें.