नई दिल्ली/नोएडाः नोएडा के सेक्टर 100 स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में सोमवार को तीन स्ट्रीट डॉग द्वारा एक मासूम बच्चे को काट लिया गया, जिससे बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत (dog bite death in noida society) हो गई. इस मामले में जब सोसायटी के लोगों द्वारा प्रदर्शन और विरोध किया गया तो नोएडा प्राधिकरण हरकत में आया और मौके पर अपने हेल्थ डिपार्टमेंट की गाड़ियां भेजकर सोसाइटी के अंदर से स्ट्रीट डॉग पकड़ने का काम किया. इसमें करीब दर्जनभर स्ट्रीट डॉग पकड़े गए, जिन्हे नोएडा के सेक्टर 94 स्थित शेल्टर होम में रखा गया है.
इस घटना के बाद फिलहाल सोसाइटी में लोगों का विरोध शांत है किंतु वे आक्रोशित जरूर हैं. वहीं पकड़े गए स्ट्रीट डॉग 10 से 12 दिन बाद वापस सोसायटी के पास लाकर छोड़ दिए जाएंगे. मौके पर पुलिस विभाग और प्राधिकरण के आला अधिकारी पहुंचे और लोगों को समझाने बुझाने का काम किया गया. प्राधिकरण द्वारा मौके पर हेल्थ डिपार्टमेंट की गाड़ियां मंगाकर सोसाइटी के अंदर घूम रहे स्ट्रीट डॉग पकड़ने का आदेश दिया गया. तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ. वहीं डॉग पकड़ने आई टीम द्वारा करीब दो दिनों में 10 स्ट्रीट डॉग को सोसाइटी के अंदर से पकड़ने का काम किया गया है. पकड़े गए सभी स्ट्रीट डॉग नोएडा सेक्टर 94 स्थित नोएडा एनिमल सेंटर में रखा गया है, जहां 24 घंटे डॉक्टर और वहां के कर्मचारी उन पर निगरानी बनाए हुए हैं.
ये भी पढ़ेंः नोएडा में लावारिस कुत्तों के हमले में मासूम की मौत
नोएडा एनिमल शेल्टर के मैनेजर बृज किशोर मीणा ने बताया कि दो शिफ्ट में 10 स्ट्रीट डॉग ब्लू वर्ल्ड सोसाइटी से पकड़ा गया है, जिनको डॉक्टरों और यहां के कर्मचारियों की ऑब्जरवेशन में रखा गया है. पांच स्ट्रीट डॉग अलग यूनिट में रखे गए हैं, जिन पर विशेष नजर रखी गई है. इनका इलाज भी चल रहा है. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि पकड़े गए सभी स्ट्रीट डॉग करीब 10 से 12 दिनों तक यहां रखे जाएंगे, फिर उन्हें जहां से लाया गया है, वहीं वापस छोड़ दिया जाएगा.