नई दिल्ली: नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के सराय रोहिल्ला थाना इलाके में एक युवक की ईंट से कूंचकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें मृतक युवक के दोस्तों ने ही मामूली कहासुनी में ईंट से कूंचकर उसकी जान ले ली. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया (Three arrested for killing youth in Sarai Rohilla) है. इनकी पहचान, जहांगीरपुरी निवासी समीर उर्फ अंशु, अशोक विहार निवासी शिव कुमार, गांधी नगर निवासी लोकेश उर्फ नीरज और हापुड़ (यूपी) के रहने वाल अमित कुमार के रूप में हुई है. आरोपियों के पास से 2 मोबाइल फोन और खून से सने कपड़े बरामद किए गए हैं.
डीसीपी सागर सिंह कलसी के अनुसार, 9 दिसंबर की सुबह पीसीआर के माध्यम से सराय रोहिल्ला थाने को सिंधोरा कलां चौकी संख्या 2 में फुटपाथ पर एक शख्स के ईंट से घायल होने की सूचना मिली थी. इसमें यह भी बताया गया था कि घायल जीवित है और सीएटीएस (CATS) एंबुलेंस द्वारा दीप चंद बंधु अस्पताल ले जाया गया है. मौके पर खून से सनी ईंटें भी पाई गई थी. सूचना मिलने के बाद, एसएचओ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घायल युवक का उपचार चल रहा था, जिसके बाद पुलिस ने क्राइम टीम को मौके पर बुलाया. क्राइम टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर तस्वीरें लीं और सबूत इकट्ठा किए. वहीं इलाज के दौरान घायल की मौत हो गई. इस मामले में सराय रोहिल्ला थाना में हत्या का मामला दर्ज कर के जांच शुरू की गई. इसके लिए एसीपी प्रशांत चौधरी की देखरेख में एसएचओ शीश पाल के नेतृत्व में इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह, एएसआई पुष्कर, हेड कॉन्स्टेबल अमित और अन्य की टीम का गठन किया गया.
इसके बाद पुलिस ने गुप्त सूत्रों को मृतक की शिनाख्त और दोषियों के बारे में सुराग हासिल करने के लिए तैनात किया और मृतक की तस्वीर के साथ विभिन्न इलाकों का दौरा किया. आखिरकार उत्तर-पश्चिम जिले में तैनात टीम ने मृतक की शिनाख्त, जहांगीरपुरी झुग्गी निवासी 20 वर्षीय अजय के रूप में की. पूछताछ में मृतक के भाई ने बताया कि अजय 8 दिसंबर शाम 6 बजे के करीब समीर उर्फ अंशु के साथ गया था, जिसके बाद वह वापस नहीं लौटा. मृतक के परिजनों ने 10 दिसंबर को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी.
इस सुराग के आधार पर पुलिस टीम समीर उर्फ अंशु की झुग्गी में पहुंची, लेकिन वह परिवार सहित अपनी झुग्गी से फरार मिला. साथ ही यह भी पता चला कि समीर के दूर के रिश्तेदार भी अपनी झुग्गियों से फरार हो गए थे. तकनीकी निगरानी के बाद पता चला कि संदिग्ध समीर उत्तर प्रदेश के पिलखुवा में छिपा हुआ है, जिसपर पुलिस टीम अर्जुन नगर, पिलखुवा, उत्तर प्रदेश पहुंची और उपरोक्त पते पर छापेमारी कर संदिग्ध समीर को उसे पनाह देने वाले अमित के साथ दबोच लिया.
पूछताछ के दौरान, आरोपी समीर ने घटना में अपनी संलिप्तता कबूल की और बताया कि वह मृतक अजय के साथ दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 24 पर अपने चचेरे भाई शिव कुमार के पास गया था. यहां उन्होंने शराब पीने की योजना बनाई. इस दौरान शिव कुमार के साथ काम करने वाला नीरज भी उसके साथ था. उन्होंने प्रताप नगर इलाके में एक दुकान पर शराब पिया लेकिन अजय और बाकि लोगों के बीच कहासुनी हो गई. जब समीर ने स्थिति को शांत कराने की कोशिश की तो अजय ने उसपर अपने परिजनों से बेइज्जती करवाने का आरोप लगाया और अपने भाई को सच्चाई बताने और उसकी हत्या करवाने की धमकी दी.
यह भी पढ़ें- दिल्ली: सराय रोहिल्ला इलाके में युवक की ईंट से कूंचकर की गई हत्या, नहीं हो पाई शिनाख्त
इसपर समीर, शिव कुमार और नीरज ने अजय पर ईंट से हमला कर दिया जिसके बाद वे उसे मरा समझकर मौके से फरार हो गए. वहीं समीर को पनाह देने वाले अमित से भी पूछताछ की गई, जिसने आरोपी समीर द्वारा किए गए अपराध के बारे में सब कुछ जानने के बाद भी उसे अपने घर में छुपाने की बात स्वीकारी. बाद में आरोपी शिव कुमार और लोकेश उर्फ नीरज को समीर की निशानदेही पर उनके घर से दबोचा गया. इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को हत्या और समीर को पनाह देने के आरोप में अमित को गिरफ्तार किया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.