नई दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड मामले में गिरफ्तार बिचौलिए सुशेन मोहन गुप्ता की न्यायिक हिरासत 3 मई तक बढ़ा दी गई है. राऊज एवेन्यू कोर्ट ने पिछली 20 अप्रैल को सुशेन की जमानत याचिका खारिज कर दी थी.
दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने सुशेन गुप्ता की न्यायिक हिरासत को 3 मई तक बढ़ा दिया है. ईडी ने कोर्ट से कहा था कि 2016 में सुशेन ने इस बात से इनकार किया था कि वो मॉरीशस के इंटरस्टेलार टेकनॉलिजीज को जानता है. बाद में ये पता चला कि सुशेन उस कंपनी को फंड ट्रांसफर करने का निर्देश देता था.
तब सुशेन के वकील ने कहा था कि सुशेन को जब भी जांच के लिए बुलाया गया है उसने जांच में सहयोग किया है, जिस पर ईडी ने कहा था कि जब इस मामले में राजीव सक्सेना सरकारी गवाह बनना चाहता था तो सुशेन उसे ऐसा करने से रोकने के लिए दुबई गया था.
सबूतों को मिटाने की कोशिश हुई
उसने सभी गवाहों को फोन कर कोई बात नहीं बताने को कहा था. उसने साक्ष्यों को नष्ट करने की पूरी कोशिश की थी लेकिन वो ऐसा नहीं कर सका. ईडी ने सुशेन को 25 मार्च की रात में गिरफ्तार किया था. ईडी ने कोर्ट से बताया कि सुशेन जांच में सहयोग नहीं कर रहा था इसी वजह से उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है.
ईडी के मुताबिक सुशेन अगस्ता हेलिकॉप्टर डील समेत कई रक्षा सौदों में कथित तौर पर शामिल रहा है. ईडी के मुताबिक इस मामले में सरकारी गवाह बने राजीव सक्सेना से पूछताछ के बाद सुशेन की भूमिका का पता चला था. ईडी के मुताबिक सुशेन के पास अगस्ता हेलिकॉप्टर की खरीद में भुगतान संबंधी कुछ जानकारियां हैं. ईडी सुशेन से उसके संपर्कों के बारे में पता करने की कोशिश कर रही है. इसलिए उसके हिरासत में पूछताछ की जरुरत है.
बता दें कि इस मामले में ब्रिटिश नागरिक और बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल अभी दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. इस मामले में ईडी और सीबीआई ने चार्जशीट दायर की है जिसमें पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी, उनके भतीजे संजीव त्यागी और वकील गौतम खेतान को भी आरोपी बनाया गया है.