नई दिल्लीः उर्दू के प्रसिद्ध शायर पंडित आनंद मोहन जुत्शी उर्फ गुलजार देहलवी के निधन पर वरिष्ठ लेखक मासूम मुराद आबादी ने शोक प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि गुलजार देहलवी दिल्ली की अदबी तहजीबी जिंदगी का अटूट हिस्सा थे. मासूम मुराद आबादी ने बताया कि उनके इंतकाल से दिल्ली की अदबी तहजीबी जिंदगी लगभग वीरान सी हो गई है.
मासूम मुराद आबादी ने कहा कि वो हमारी गंगा जमुनी तहजीब का आखिरी चश्मो चिराग थे. जिसने उर्दू जुबान और उर्दू तहजीब को परवान चढ़ाया. उन्होंने बताया कि दिल्ली में सैकड़ों ऐसे लोग थे जिन्हें गुलजार देहलवी बहुत अजीज थे.
गुलजार देहलवी का शुक्रवार को नोएडा में निधन हो गया था. उनकी उम्र 94 साल थी. बता दें कि आनंद मोहन का जन्म 7 जुलाई 1926 को हुआ था. उर्दू शायरी और साहित्य में योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.