नई दिल्ली/गाजियाबाद: . गाजियाबाद में आए दिन आवारा कुत्तों के हमले की घटनाएं सामने आ रही है. गली मोहल्ले में कुत्ते लोगों को निशाना बना रहे हैं तो वहीं हाईराइज सोसायटियों में भी आवारा कुत्तों से लोग परेशान हैं. जिला एमएमजी अस्पताल में हर दिन तकरीबन डेढ़ सौ से अधिक मरीजों को एंटी रेबीज का टीका लगाया जा रहा है. प्रतिदिन भारी संख्या में आवारा कुत्तों के काटने के मामले सामने आना नगर निगम के बधियाकरण अभियान पर एक बड़ा सवाल है.
महागुणपुरम अपार्टमेंट ऑनर्स असोसिएशन के महासचिव अरविंद चतुर्वेदी के मुताबिक एनसीआर की हाईराइज सोसाइटीज में आवारा कुत्तों के हमले और काटने की लगातार खबरें मिल रही हैं. इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं आ रहा है. कई बार डॉग लवर्स और सोसाइटी के रेजिडेंट के बीच कनफ्लिक्ट की स्थिति पैदा हो जाती है. जहां एक तरफ रेजिडेंट चाहते हैं आवारा कुत्तों को सोसाइटी से बाहर किया जाए तो, वहीं डॉग लवर्स आवारा कुत्तों को सोसाइटी से बाहर करने पर सहमत नहीं होते.
अरविंद चतुर्वेदी के मुताबिक महागुणपुरम सोसाइटी में भी आवारा कुत्तों द्वारा सोसाइटी के बच्चों को काटने के मामले सामने आ चुके हैं. कुत्तों ने बुजुर्गों पर भी हमला करने का प्रयास किया. आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने के लिए AOA लगातार प्रयास कर रही थी. ऐसे में अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन द्वारा बीच का रास्ता निकालते हुए सोसाइटी में गार्डों की दिन में तीन टाइम पेट्रोलिंग कराई जा रही है. सुबह के वक्त जब बच्चे स्कूल जाते हैं और दोपहर के वक्त जब बच्चे स्कूल से लौटते हैं तब सोसाइटी के गार्ड सोसाइटी में घूम कर पेट्रोलिंग करते हैं. शाम के वक्त अधिकतर बुजुर्ग और बच्चे पार्क में बैठने और खेलने जाते हैं. ऐसे में शाम के वक्त भी सोसाइटी गार्ड पेट्रोलिंग करते हैं.
आवारा कुत्तों के आतंक से निवासियों को सुरक्षित रखने के लिए तकरीबन 6 सिक्योरिटी गार्डों की सोसाइटी में पेट्रोलिंग करने की ड्यूटी लगाई गई है. गार्ड्स को ब्रीफ किया गया है कि किस तरह से उन्हें आवारा कुत्तों के आतंक से सोसाइटी निवासियों को सुरक्षित रखना है. AOA इस कदम से समिति निवासी खुद को आवारा कुत्तों से सुरक्षित महसूस कर रहे हैं तो वहीं डॉग लवर्स भी इस मुहिम से सहमत हैं.