नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के बाहर धरने से मंगलवार को हटाईं गई दौलतराम कालेज की पूर्व सहायक प्रोफेसर डॉ. ऋतु सिंह ने बुधवार शाम को फिर अपने अन्य साथियों के साथ धरना शुरू करने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें धरना देने से रोक दिया. साथ ही उनके धरने को बिना अनुमति के गैर कानूनी धरना बताते हुए एक नोटिस भी थमा दिया. इसके बाद डॉ. ऋतु सिंह इस मामले को लेकर अब गुरुवार को कोर्ट जाएंगी.
ऋतु सिंह ने बताया कि वह शांतिपूर्ण तरीके से 125 दिन से अपने हक की लड़ाई लड़ते हुए धरना दे रही थीं. लेकिन, डीयू प्रशासन के इशारे पर पुलिस ने उनके धरने को लूटपाट करते हुए जबरन हटाया है. यह गैर कानूनी है. साथ ही बाबा साहब की फोटो को फाड़ना और उनको व उनके साथियों को डिटेन करके देर रात तक थाने में बैठाकर रखना भी गैरकानूनी है. इसलिए अब वह कोर्ट जाएंगी.
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बात दें कि साल 2020 में डॉ. ऋतु सिंह को दौलतराम कॉलेज से कई आरोप लगाकर निकाल दिया गया था. जिसके खिलाफ उन्होंने कोर्ट में भी मुकदमा दायर कर रखा है. दोबारा कॉलेज में वापस नियुक्त करने को लेकर वह डीयू की आर्ट फैकल्टी के गेट नंबर चार पर 125 दिन से धरना दे रही थीं, जिन्हें पुलिस ने हटा दिया था. मंगलवार को उन्होंने एक्स पर अपना वीडियो शेयर करते हुए कहा था कि हमारी प्रोटेस्ट साइट से बाबा साबह की फोटो पुलिस द्वारा लूट कर फाड़कर फेंकी गई है. उन्होंने देखा कि मैं फ्रेश होने गई हूं, उन्होंने सारा सामान उठाकर फेंक दिया और हमारे धरने को खत्म कर दिया. पुलिस डीयू प्रशासन के साथ मिली हुई है. यह धरने को जबरन खत्म करने की कोशिश है. धरना खत्म कराने का यह तरीका होता है कि अंदर से डीयू कुलपति और डीन आते हैं और जूस पिलाकर हमारा धरना खत्म कराते हैं. धरना हमेशा मान सम्मान के साथ खत्म कराया जाता है.
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