ETV Bharat / state

तेज विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून जरूरी: अनिल अग्रवाल

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत जो दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, 2027 तक पहले नंबर पर बने चीन से आगे निकल जाएगा. 15 अगस्त को लाल किले से लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बढ़ती जनसंख्या से मौजूदा समय और आने वाली पीढ़ियों के लिए समस्या की तरफ ध्यान दिलाया था. जनसंख्या नियंत्रण कानून की पैरवी अब राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने भी की है.

rajya-sabha-mp-anil-agarwal-demanded-the-population-control-act
अनिल अग्रवाल, राज्यसभा
author img

By

Published : Jun 22, 2021, 9:54 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: भारत के लिए जनसंख्या बढ़ोतरी सबसे बड़ी चिंताओं में एक है. असम के बाद अब योगी सरकार जनसंख्या नियंत्रण पर कानून लाने जा रही है. राज्य विधि आयोग ने जनसंख्या नियंत्रण के कानून का मसौदा बनाना शुरू कर दिया है. नए कानून को बनाने के लिए आयोग ने अन्य राज्यों में लागू कानून का अध्ययन करना भी शुरू दिया है. जल्द आयोग इसका मसौदा तैयार कर सरकार को सौंपेगा.

जनसंख्या नियंत्रण कानून बेहद आवश्यक

राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की सूचना मिल रही है. लंबे समय से जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग की जा रही है. वर्तमान समय में देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बेहद आवश्यक है. मोदी सरकार आने के बाद देश में तेजी से विकास कार्य तेज हो रहे हैं, लेकिन अधिक जनसंख्या के कारण आम जनता को सरकारी योजनाओं का जो फायदा मिलना चाहिए था वो नहीं मिल पा रहा है. प्रदेश की जनता द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लाए जा रहे जनसंख्या नियंत्रण कानून का स्वागत किया जाएगा. देश के अन्य राज्य भी जनसंख्या नियंत्रण कानून का अनुसरण करेंगे.

तेज विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून जरुरी-अनिल अग्रवाल
पहले भी उठा चुके हैं मांग

बता दें कि जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल द्वारा पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग की जा चुकी है.


उत्तर प्रदेश में जनसंख्या की स्थिति

2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तर प्रदेश की आबादी करीब 20 करोड़ थी. मौजूदा समय में अनुमानित जनसंख्या करीब 24 करोड़ है. धर्म के आधार पर 2011 में उत्तर प्रदेश में हिंदुओं की आबादी करीब 16 करोड़ थी. ये कुल आबादी का करीब 80 फीसदी है. वहीं, मुसलमानों की आबादी करीब चार करोड़ के आस-पास रही है. ईसाई करीब चार लाख, सिख साढ़े छह लाख और जैन की दो लाख 30 हजार जनसंख्या रही है. जनसंख्या के मामले में यूपी दुनिया के पांच देशों से ही पीछे है. यानी कि छठे देश के बराबर उत्तर प्रदेश की आबादी है. यही वजह है कि योगी सरकार जनसंख्या विस्फोट को रोकने की कवायद में जुट गई है.

पढ़ें-धर्मांतरण मुद्दे पर बोले AAP सांसद: लोग न करें विकास की बात, इसलिए हो रही यह चर्चा

नई दिल्ली/गाजियाबाद: भारत के लिए जनसंख्या बढ़ोतरी सबसे बड़ी चिंताओं में एक है. असम के बाद अब योगी सरकार जनसंख्या नियंत्रण पर कानून लाने जा रही है. राज्य विधि आयोग ने जनसंख्या नियंत्रण के कानून का मसौदा बनाना शुरू कर दिया है. नए कानून को बनाने के लिए आयोग ने अन्य राज्यों में लागू कानून का अध्ययन करना भी शुरू दिया है. जल्द आयोग इसका मसौदा तैयार कर सरकार को सौंपेगा.

जनसंख्या नियंत्रण कानून बेहद आवश्यक

राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की सूचना मिल रही है. लंबे समय से जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग की जा रही है. वर्तमान समय में देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बेहद आवश्यक है. मोदी सरकार आने के बाद देश में तेजी से विकास कार्य तेज हो रहे हैं, लेकिन अधिक जनसंख्या के कारण आम जनता को सरकारी योजनाओं का जो फायदा मिलना चाहिए था वो नहीं मिल पा रहा है. प्रदेश की जनता द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लाए जा रहे जनसंख्या नियंत्रण कानून का स्वागत किया जाएगा. देश के अन्य राज्य भी जनसंख्या नियंत्रण कानून का अनुसरण करेंगे.

तेज विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून जरुरी-अनिल अग्रवाल
पहले भी उठा चुके हैं मांग

बता दें कि जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल द्वारा पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग की जा चुकी है.


उत्तर प्रदेश में जनसंख्या की स्थिति

2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तर प्रदेश की आबादी करीब 20 करोड़ थी. मौजूदा समय में अनुमानित जनसंख्या करीब 24 करोड़ है. धर्म के आधार पर 2011 में उत्तर प्रदेश में हिंदुओं की आबादी करीब 16 करोड़ थी. ये कुल आबादी का करीब 80 फीसदी है. वहीं, मुसलमानों की आबादी करीब चार करोड़ के आस-पास रही है. ईसाई करीब चार लाख, सिख साढ़े छह लाख और जैन की दो लाख 30 हजार जनसंख्या रही है. जनसंख्या के मामले में यूपी दुनिया के पांच देशों से ही पीछे है. यानी कि छठे देश के बराबर उत्तर प्रदेश की आबादी है. यही वजह है कि योगी सरकार जनसंख्या विस्फोट को रोकने की कवायद में जुट गई है.

पढ़ें-धर्मांतरण मुद्दे पर बोले AAP सांसद: लोग न करें विकास की बात, इसलिए हो रही यह चर्चा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.