नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण स्तर में इजाफा होना शुरू हो गया है. रविवार को दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 का आंकड़ा पार कर चुका है. यानी AQI खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है. अक्टूबर की शुरुआत होने से पहले ही हवा में घुल रहा प्रदूषण का जहर अच्छा संकेत नहीं है. बीते दिनों हुई बारिश के बाद दिल्ली एनसीआर की हवा साफ हो गई थी. एनसीआर की अधिकतर इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स ग्रीन जोन में पहुंच गया था.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के मुंडका इलाके का AQI 228, नए मोती बाग का 209, गाजियाबाद में लोनी इलाके का 208 और ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क इलाके का 225 दर्ज किया गया है. जो कि खराब श्रेणी में बरकरार है.
पराली बढ़ाएगी प्रदूषण
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के तीन मुख्य कारण है. धूल, वाहनों का धुआं और पड़ोसी राज्यों में जलने वाली पराली. एक्सपर्ट्स के मुताबिक जैसे-जैसे हवा का रुख पूर्वी से उत्तर पश्चिम की तरफ बदलना शुरू होगा. पराली का धुआं दिल्ली एनसीआर की तरफ पहुंचना शुरू हो जाएगा. जिसके बाद प्रदूषण स्तर में इजाफा होने का अनुमान है.
पर्यावरणविद बता रहे प्रदूषण का यह कारण :
दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पर्यावरण विद डॉक्टर जितेंद्र नगर का कहना है कि दिल्ली में लगातार वाहन चलाते रहते हैं, जगह-जगह जाम की भी स्थिति बनती है. वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण प्रदूषण होता है. दिल्ली व एनसीआर में चल रही फैक्टरियों से निकलने वाला धुआं भी प्रदूषण का प्रमुख कारण है. शनिवार को पूरे एनसीआर में बारिश नहीं हुई. एनसीआर के अन्य इलाकों का प्रदूषण दिल्ली को भी प्रभावित करता है. यही वजह है कि शनिवार को हुई वर्षा के कारण दिल्ली के प्रदूषण में विशेष गिरावट नहीं दर्ज की गई थी.
दो माह में पांच बार खत्म हुआ हवा से प्रदूषण: दिल्ली में बीते वर्ष अक्टूबर में झमाझम वर्षा से प्रदूषण पूरी तरह खत्म हुआ था. इसके 10 माह बाद सितंबर और अक्टूबर में पांच बार बारिश से पूरी तरह हवा से प्रदूषण धुल गया. इससे लोगों को बड़ी राहत मिली. यदि तेज हवा चलती है या बारिश होती है तो लोगों को प्रदूषण से राहत मिलेगी.
25 सितंबर को 28 विभाग प्रदूषण रोकथाम का देंगे एक्शन प्लान: दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर 15 दिन पहले से ही दिल्ली सरकार गंभीर दिख रही है. पटाखों के निर्माण भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. प्रदूषण की रोकथाम को लेकर 15 बिंदुओं पर विंटर एक्शन प्लान भी तैयार किया जा रहा है. दिल्ली के 28 विभाग मिलकर विंटर एक्शन प्लान तैयार कर रहे हैं. 25 सितंबर को सभी विभाग दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति को अपना अपना एक्शन प्लान देंगे. समिति सभी विभागों का इंटरेक्शन प्लान को कंपाइल करेगी इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष रखा जाएगा. 1 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में इस विंटर एक्शन प्लान को लागू करेंगे.
क्या होता है AQI
AQI यानी कि एयर क्वालिटी इंडेक्स. एक्यूआई जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
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