नई दिल्ली: सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र में लोगों को खई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सबसे अहम मुद्दा यहां पर अस्पताल का ना होना है. मजबूरन लोग प्राइवेट अस्पतालों का रुख करने को मजबूर नजर आते हैं.
लोगों की दरकार है कि सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र को सरकार की तरफ से एक अस्पताल मिलना चाहिए, जिससे कि लोग बेहतर उपचार करा पाएं.
अस्पताल का ना होना है बड़ी परेशानी
सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र घनी आबादी वाला क्षेत्र है यहां पर ढाई लाख से ज्यादा लोगों की आबादी है. ऐसे में यहां पर स्वास्थय सुविधाएं ना होने की वजह से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. शास्त्री नगर में एक मोहल्ला क्लीनिक और बड़ा हिंदू राव अस्पताल है. लेकिन ढाई लाख की आबादी वाले क्षेत्र में सिर्फ एक अस्पताल लोगों के लिए नाकाफी साबित हो रहा है.
लोगों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पाती. लोगों ने बताया कि अभी हमें बाड़ा हिंदूराव अस्पताल या फिर दूसरी विधानसभा क्षेत्र में बने दीपचंद बंधु अस्पताल में जाना पड़ता है. ऐसे में काफी दिक्कतें होती हैं. लोगों की मांग है कि अगर हमें यहां पर अस्पताल मिलता है तो हम बेहतर तरीके से रह सकते हैं .
जमीन ना होने का हवाला देकर किनारा किया
वहीं सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र में जब हमने स्थानीय विधायक सोमदत्त से अस्पताल ना होने की बात पूछी तो, उन्होंने इसका जवाब यह देते हुए कहा कि यहां पर जमीन ना होने की वजह से अस्पताल नहीं बन पा रहा है. उनका कहना है कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत जमीन नहीं आती है. इसलिए यहां पर अस्पताल नहीं बनाया जा सकता है.
उनका कहना है कि अगर हमें जमीन मिलती है तो अवश्य ही हम यहां पर अस्पताल बना सकते हैं. लेकिन पिछले पांच साल में सबसे बड़ी परेशानी यही रही हमें यहां पर कोई भी जमीन मुहैया नहीं हुई.