नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली की पॉश उपनगरी द्वारका में स्ट्रीट लाइट पोल को लेकर डीडीए की एक बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है, गई, जो लोगों के लिए काफी घातक साबित हो सकता है. द्वारका में लगाये गए अधिकतर इलेक्ट्रिक पोल में लगाए गये बॉक्स को खुला छोड़ दिया गया है. कई जगह इन पोलों में लगी लाइटें जलती हैं तो कई जगह अभी भी डार्क स्पॉट बना रहता है, लेकिन उन खुले बॉक्स से बाहर निकले इलेक्ट्रिक वायर द्वारका वासियों के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है. जिसे लेकर डीडीए अभी भी लापरवाह बना हुआ है.
तस्वीरों में आप देख सकते हैं की, इलेक्ट्रिक पोल के खुले बॉक्स से लेकर बड़े जंक्शन बॉक्स तक खुले हुए हैं. और इनसे करेंट युक्त इलेक्ट्रिक वायर बाहर निकली पड़ी हैं, जो कभी भी एक बड़े हादसे का कारण बन सकता है. ऐसा नजारा द्वारका के ज़्यादातर इलेक्ट्रिक पोल में देखने को मिल रही है, जहां बॉक्स की जगह तो है, लेकिन बॉक्स ही नहीं है और वो बिजली की तारें उन पोल से बाहर लटकती रहती है.
इसे लेकर ऑल द्वारका फेडरेशन के जेनरल सेक्रेटरी रॉबिन शर्मा ने बताया कि द्वारका में लगे इलेक्ट्रिक पोल्स में 90 प्रतिशत पोल ऐसे हैं, जिनमें इलेक्ट्रिक बॉक्स लगाए तो गए हैं, लेकिन उन्हें कवर नहीं किया गया है. यह उन तमाम लोगों के लिए खतरा बना हुआ है, जो उन पोल के आसपास से गुजरते हैं. खास कर स्कूल, इंस्टिट्यूट में पढ़ने वाले बच्चों के लिए. क्योंकि हर दिन उन्हें स्कूल-इंस्टिट्यूट जाना-आना होता है. ऐसे में हादसे की संभावना बनी रहती है.
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उन्होंने बताया कि इसकी कंप्लेन एलडी फाइव जो डीडीए के अंदर आता है और उनका काम इलेक्ट्रिक मेंटेनेंस को देखना है, उनको किया जा चुका है, लेकिन वे बॉक्स चोरी की बात बता कर अब तक इस खतरे के प्रति उदासीन बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि अगर बॉक्स चोरी हो गए हैं तो उसकी कंप्लेंट दर्ज क्यों नहीं करवाई गई है. अगर दर्ज करवाई गई है तो उसका फॉलोअप लेना चाहिए, लेकिन इन खुले बॉक्स को कवर करना चाहिए. अगर लोहे के बॉक्स चोरी हो रहे हैं, तो प्लास्टिक के बॉक्स लगाए जाएं. कोई हादसा होने से पहले इस पर एक्शन लिया जाए. जिससे लोगों की जान सुरक्षित रहे.