नई दिल्ली: बिहार के मधेपुरा का रहने वाला 20 वर्षीय शुभम पटेल नगर में एक कारोबारी के घर में सहायक था. कुछ दिन पहले गली में लड़के उनके घर के बाहर शोर मचा रहे थे. शुभम एवं उसके मालिक ने इसका विरोध जताते हुए उन्हें चुप होने के लिए कहा. इस बात पर उनके बीच झगड़ा हो गया. इस झगड़े के दौरान आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें शांत करवा दिया. उस समय तो मामला शांत हो गया लेकिन शोर मचा रहे लड़के शुभम और उसके मालिक को सबक सिखाना चाहते थे.
घर में घुसकर की हत्या
बीते 11 जनवरी को शुभम घर पर अकेला मौजूद था. उसका मालिक परिवार सहित बाहर गया हुआ था. उसी समय दरवाजे पर पांच-छह लड़कों ने दस्तक दी. जिनको शुभम ने शोर मचाने से रोका था. उनमें से चार लड़कों के हाथ में चाकू थे. शुभम ने जैसे ही दरवाजा खोला उन्होंने उस पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया.
कुछ ही मिनट में खून से लथपथ शुभम को छोड़कर वह फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने शुभम को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर इस बाबत हत्या का मामला दर्ज कर लिया.
मालिक को भी मारना चाहते थे आरोपी
इस मामले में मृतक के मालिक के भाई ने वारदात को अंजाम दे रहे लड़कों की पहचान कर ली थी. उसके बयान पर ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. पुलिस टीम ने छापेमारी कर इस मामले में तीन आरोपियों को पकड़ा जो नाबालिग निकले. उनके पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद हो गया.
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उन्होंने पुलिस को बताया कि वह शुभम के साथ उसके मालिक को भी मारना चाहते थे. लेकिन उस समय वह घर पर नहीं मिला. उन्होंने बताया कि झगड़े वाले दिन से वह अपमानित महसूस कर रहे थे. इसलिए उन्होंने शुभम की हत्या को अंजाम दिया.