नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिला कारागार गाजियाबाद में तकरीबन 4000 बंदियों की मेडिकल स्क्रीनिंग कराई गई. मेडिकल स्क्रीनिंग के दौरान विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य जांच की गई. मेडिकल स्क्रीनिंग के दौरान बंदियों में एचआईवी, हेपेटाइटिस सी और हेपेटाइटिस बी की पुष्टि हुई है.
जेल अधीक्षक के आलोक सिंह के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर प्रदेश की सभी कारागारों में मेडिकल स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया था. मेडिकल कैंप में जेल में बंद बंदियों की स्वास्थ्य जांच की गई. मेडिकल स्क्रीनिंग में डासना जेल में बंद करीब 4000 बंदियों में 7 में एचआईवी पॉजिटिव, 49 मरीज हेपेटाइटिस सी, जबकि 18 मरीज हेपेटाइटिस बी के लक्षण पाए गए हैं. फिलहाल, जेल प्रशासन द्वारा पॉजिटिव मिले बंदियों को पर्याप्त इलाज उपलब्ध कराया जाएगा.
आलोक सिंह के मुताबिक, जेल में मौजूद एचआईवी पॉजिटिव बंदियों को सामान्य बंदियों के साथ रखने के ही निर्देश है, क्योंकि एचआईवी छूने से नहीं फैलती है. प्रशासन द्वारा प्राप्त गाइडलाइंस के अनुसार ही बंदियों को रखा जा रहा है. जो भी एचआईवी और हेपेटाइटिस के पॉजिटिव केस सामने आते हैं उन सभी बंदियों का जिला चिकित्सालय स्थित सेंटर में पंजीकरण कराया जाता है.
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बता दें कि जेल में आने वाले नए बंदियों में ड्रग एडिक्ट्स की भी बड़ी संख्या होती है. ऐसे में किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचने के लिए जेल में दाखिले के दौरान ही मेडिकल स्क्रीनिंग कराई जाती है. यदि कोई बंदी मेडिकल स्क्रीनिंग में एचआईवी या फिर हेपेटाइटिस पॉजिटिव आता है तो उनकी कंफर्मेटरी जांच कराई जाती है. यदि कंफर्मेटरी जांच में भी टेस्ट पॉजिटिव आता है तो उसके बाद उपचार की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है.