नई दिल्ली: दरियागंज में लगने वाले हेरिटेज बुक (सड़े बुक) बाजार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हटा दिया गया था. रविवार को एक बार फिर दिल्ली गेट स्थित महिला हाट पर रौनक देखी जा सकती है. बुक बाजार के दोबारा लगने से दुकानदारों का आर्थिक और मानसिक तनाव दूर हुआ है.
वहीं किताबों के शौकीन लोगों में भी खुशी देखी जा सकती है. हालांकि 250 बुक वेंडर में अभी भी दो फाड़ की स्थिति बरकरार है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हटाया था बाजार
दरियागंज में पिछले 50 सालों से लगातार फुटपाथ पर बुक बाजार लगता था. बीते आठ सप्ताह पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस पूरे मामले पर आदेश दिया जिसके बाद यहां से बाजार हटा दिया गया था. जिसके बाद से दुकानदार काफी नाराज थे. उन्होंने लगातार उत्तरी दिल्ली नगर निगम से इस बारे में बातचीत की और रविवार को यह प्रयास सफल हुआ. उन्हें 170 रू प्रति सप्ताह के हिसाब से यहां पर जगह मुहैया कराया गया है. जिससे वे दोबारा अपना व्यवसाय पहले कर सकें.
दुकानदारों में दो फाड़ की स्थिति
सबसे अहम बात यह है कि महिला हाट पर बुक वेंडर को जगह दिए जाने पर भी विवाद खड़ा हुआ था. उनकी मांग थी कि उन्हें दरियागंज में ही दोबारा दुकानें लगाने दी जाए. इसमें कई दुकानदार महिला हाट पर दुकान लगाने पर राजी थे. ऐसे में रविवार को 125 दुकानदारों ने अपनी दुकानें सजाई लेकिन कई ऐसे भी हैं जो दरियागंज में दुकान लगाने को लेकर जिद पर अड़े हैं.
ग्राहकों की प्रतिक्रिया सकारात्मक
हेरिटेज बुक बाजार में हर रविवार को सैकड़ों लोग किताबें खरीदने आते थे लेकिन मार्केट के बंद हो जाने के बाद लोग काफी दुखी थे. उनका मानना है कि दरियागंज में दुकानें लगने से काफी जाम लगता था और जेब कतरे भी सक्रिय रहते थे. यहां अब खुला माहौल है. इसके साथ ही यहां पर आने वाले ग्राहकों के लिए शौचालय, बैठने का स्थान और साफ-सफाई भी है.
पिछले आठ हफ्ते से लगातार अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे, 250 बुक वेंडरों को उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने 170 रुपए के हिसाब से महिला हाट पर जगह दी है. इसमें शौचालय, साफ सफाई की सुविधा शामिल है.