नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के मोदीनगर तहसील में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ. समाधान दिवस के दौरान अधिकारी जनता की समस्याएं सुन रहे थे. इसी दौरान एक किसान अपनी भूमि की पैमाइश कराने के लिए अपने खून से रंगे एप्लीकेशन लेकर पहुंचा, जिसको देखते ही तहसील परिसर में हड़कंप मच गया.
किसान सुशील कुमार ने तहसील में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा हमारी जिंदगी में समस्याएं ही समस्याएं हैं. हमारी जमीन मौके पर कम है. जमीन की पैमाइश कराकर पूरी कराने की अर्जी लेकर प्रशासन के चक्कर काटते-काटते हम थक चुके हैं. 21 जनवरी को भी अधिकारियों के समक्ष अपनी समस्या को रखा था. आज फिर समस्या लेकर आए हैं कोई अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है. रोजाना कुछ ना कुछ नया बहाना बना दिया जाता है. एक वीडियो में गुस्से में सुशील ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, "आज आत्महत्या करूंगा".
सुशील कुमार के दिए गए शिकायत पत्र के मुताबिक मोदीनगर तहसील के डिडौली गांव में सुशील पुश्तैनी भूमि है. शिकायत पत्र में सुशील ने कहा है कि मौके पर भूमि कम है, जिसको आसपास के भूमिधारियों ने अपनी भूमि में मिला लिया है. इससे मौके पर उसकी जमीन कम हो गई है. सुशील ने जिला प्रशासन से गुजारिश की थी कि उसकी भूमि की पैमाइश करा कर भूमि को पूरा कराया जाए.
इसे भी पढ़ें: गाजियाबाद पुलिस ने भारी मात्रा में पकड़े अवैध पटाखे, तीन गिरफ्तार
एडीएम प्रशासन रितु सुहास का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. इस तरह की घटना होने की हमें सूचना मिली है. तुरंत व्यक्ति को उपचार के लिए मेरठ ले जाया गया है. व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है. बताया जा रहा है कि हाथ की नस काटने से मौत नहीं हुई है. प्रथम दृष्टया मृत्यु के पीछे कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है. हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहना ठीक होगा. व्यक्ति की मोदीनगर में पुश्तैनी जमीन थी. वह मुजफ्फरनगर के रहने वाले थे. व्यक्ति मुजफ्फरनगर में रहता था तो खाली पड़ी जमीन पर कुछ बसावट हो गई थी. उनके द्वारा पहले भी दो बार शिकायत दी गई थी, जो कि पोर्टल पर भी रजिस्टर्ड है. मामले में फिलहाल किसी प्रकार के कब्जे यह भू-माफियाओं की संलिप्तता का कोई एंगल नहीं सामने आया है. पूरे मामले में आगे जांच पड़ताल की जा रही है.
इसे भी पढ़ें: उधार की रकम न चुकाने पर दोस्तों ने कर दी दोस्त की हत्या, पुलिस ने किया गिरफ्तार