नई दिल्ली: दरियागंज में दिल्ली वक्फ बोर्ड के ऑफिस से लेकर उसके स्टाफ और काम करने के तरीके में काया पलट हो गई है. वहां जाने पर ऐसा लगता है कि आप किसी कॉरपोरेट ऑफिस में आ गए हैं. बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान के निर्देश पर बोर्ड में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं. चेयरमैन ने ऑफिस में ड्रेस कोड लागू किया है. जिसके लिए बोर्ड की तरफ से कर्मचारियों को ड्रेस भी बांटी गई है.
दिल्ली वक्फ बोर्ड चेयरमैन अमानतुल्लाह खान के निर्देश पर बोर्ड में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं और अब जिस तरह से बोर्ड के अंदर और बाहर वर्क कल्चर बदला है. उसको देख कर बिल्कुल ऐसा नहीं लगता कि ये वही दिल्ली वक्फ बोर्ड है. जिसमें कदम रखते ही किसी यतीम संस्था का अहसास होता था.
दिल्ली वक्फ बोर्ड में ड्रेस कोड लागू
दरअसल बोर्ड चेयरमैन अमानतुल्लाह खान का तर्क है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड कि जायदाद की सही देखभाल और आमदनी में वृद्धि करने के साथ-साथ बोर्ड को पुराने वर्क कल्चर से निकलना बहुत ज़रूरी है.
अमानतुल्लाह खान का कहना है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के बारे में लोगों की राय बदलनी बहुत ज़रूरी है. तभी लोगों के विश्वास में इज़ाफ़ा होगा और ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दिल्ली वक्फ बोर्ड कार्यालय आएंगे.
बोर्ड स्टाफ को ऑफिस की तरफ से दी गई ड्रेस
इसी सोच के तहत अमानतुल्लाह खान ने बोर्ड स्टाफ के लिए ड्रेस कोड लागू करने के निर्देश दिए और अब इसका पालन करते हुए पूरे स्टाफ को दो जोड़े ड्रेस के दिये जा रहे हैं. ड्रेस कोड का हर कर्मचारी को पालन करना होगा.
तफ़सील के मुताबिक बोर्ड के सदस्य हिमाल अख़्तर ने पिछले दिनों बोर्ड के पूरे स्टाफ को अपने हाथों से ड्रेस बांटी है. पुरूषों के लिए सफेद शर्ट और स्लेटी रंग की पेंट और महिलाओं के लिए सफेद सलवार और स्लेटी कमीज तय की गई है.
वर्क कल्चर को बदलने के लिए उठाया कदम
बोर्ड के मेम्बर हिमाल अख़्तर ने कहा कि ड्रेस कोड से बोर्ड स्टाफ को नई पहचान मिलेगी और ऑफिस के अंदर भी प्रोफेशनल वर्क कल्चर आएगा. इसी के साथ साथ बोर्ड स्टाफ को भी अपने अंदर बदलाव महसूस होगा.
उन्होंने कहा कि आप की तमाम सुविधाओं का खयाल रखना हमारी ज़िममेदारी है जबकि बोर्ड के मान सम्मान को बचाकर रखना आप सब का कर्तव्य है. बोर्ड ऑफिस में ड्रेस कोड लागू होने और ऑफिस से नई ड्रेस मिलने पर स्टाफ काफी खुश है.