नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में ट्रेडिंग और शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर साइबर जालसाजों ने एक व्यक्ति के साथ 63 लाख रुपये की ठगी कर दी. इसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की, जिसके बाद पुलिस ने खातों की जांच शुरू कर दी है. पीड़ित ने बताया कि इशा छाबड़ा नाम की महिला ने उसे स्टेट स्ट्रीट ग्लोबल एडवाइजर ग्रुप पर जोड़ा था, जिसमें 119 सदस्य थे. इसमें सदस्य निवेश पर हुए मुनाफे का स्क्रीनशॉट साझा कर रहे थे.
उसने बताया, ग्रुप में जॉन टकर नाम का व्यक्ति बतौर एडवाइजर मौजूद था और रोजाना शाम को साढ़े सात बजे शेयर मार्केट संबंधी जानकारी देता था. जब उसे भरोसा हो गया तो इशा और जॉन के कहने पर रोहित ने कम राशि निवेश की. मुनाफा होने पर रोहित को विश्वास हुआ और उसने फिर निवेश किया. इसी तरह रोहित ने जब 63 लाख 27 हजार रुपये का निवेश कर दिया तो उसका मुनाफा एप्लीकेशन पर एक करोड़ रुपये दिखाई देने लगा. जब उसने रकम निकालनी चाही तो ठगों ने और पैसों का दबाव बनाया, तब जा के उसे पता चला कि वह ठगी का शिकार हो चुका है.
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क्रूज पर नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी: इसके अलावा शनिवार को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने खुलासा किया है. सेक्टर-58 पुलिस ने सेक्टर-62 के आइथम टावर में चल रहे से इस फर्जी कॉल सेंटर के संचालक समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने सौ से अधिक लोगों के साथ ठगी की है, जिनके पास से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल है. इस कॉल सेंटर से सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर क्रूज पर नौकरी करने के इच्छुक लोगों से संपर्क किया जाता था और प्रोसेसिंग फीस, मेडिकल डॉक्यूमेंट के नाम पर एक शख्स से करीब 50 हजार की ठगी की जाती थी. मामले में अंकित, अरीबा, यावेंद्र, दुर्गेश यादव और बादल को गिरफ्तार किया है.
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