नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में शनिवार को भारी बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों के लहलहाते खेतों की फसलों को नष्ट कर दिया. खेतों में तैयार गेहूं की फसलें सहित कई फलों और सब्जियों की फसलें बर्बाद हो गई. कल तक जिस खेतों की फसलों को देखकर किसान बेहद खुश नजर आ रहे थे. वहीं, किसान आज अपनी फसलों को देख कर उदास हो गए हैं. आसमानी आपदा के इस कहर ने किसानों की कमर तोड़ दी है. इस नुकसान के बाद किसानों की नजर केजरीवाल सरकार की मदद पर टिकी हैं.
दिल्ली सरकार से मुआवजे की आस: पीड़ित किसानों का कहना है कि केजरीवाल सरकार फसलों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए कोई योजना बनाए. राजधानी में ऐसे बहुत किसान हैं, जो कर्ज लेकर फसल उगाते हैं. फसल तैयार कर मंडी में बेचकर कर्ज की भरपाई करते हैं. बचे-खुचे पैसों से अपने घर चलाते हैं. ऐसे में सरकार से किसानों को जल्द से जल्द मुआवजे की आस है, जिससे वो अगले फसल के लिए खुद को तैयार कर सकें.
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किसानों पर पड़ी इस कुदरती मार को देखते हुए किसान संगठन के नेता पीड़ितों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष विरेंद्र सिंह डागर का कहना है कि सरकार तक आवाज पहुंचाने के लिए सभी को एकजुट होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि जल्द वह अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें किसानों की समस्याओं से अवगत कराएंगे. गौरतलब है कि पिछले साल भी बेमौसम बारिश की वजह से दिल्ली देहात के खेतों में लगी सारी फसलें खराब हो गई थी. जिस वजह से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था और वे कर्जे में भी चले गए थे.
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