नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने अरविंद केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति के खिलाफ मुद्दा उठाते हुए, युवाओं के लिए नौकरी और लोगों के लिए आजीविका की मांग करते हुए “शराब नहीं रोज़गार दो“ अभियान शुरू किया. 21 से 25 साल के उम्र के लोग शराब का उपभोग कर रहे हैं.
अनिल चौधरी ने कहा कि कोविड प्रतिबंधों ने लाखों युवाओं की नौकरी छीन ली है और नौकरी के बाजार को छोटा कर दिया है, लेकिन शराब की दुकान के नेटवर्क का बहुत विस्तार हुआ है क्योंकि दिल्ली में अब 849 शराब की दुकानें हैं, जिसमें हर वार्ड में कम से कम तीन शराब की दुकानें हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अभियान फेसबुक और ट्विटर समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चलाया जा रहा है.
अनिल कुमार ने कहा कि यह जानकर हैरानी हुई कि दिल्ली के 18 विधानसभा क्षेत्रों, जिनमें पहले केवल 5 शराब की दुकानें थीं, उनमें अब 216 शराब की दुकानें हैं, क्योंकि सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए हर जगह दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है. इससे यह अनुमान लग रहा है कि शराब अब पानी की तरह बहेगी और पूरे साल उपलब्ध रहेगी, जिसमें छठ पूजा, होली, दिवाली, गुरु नानक जयंती, रविदास जयंती, ईद, बकरीद और अन्य पवित्र त्योहारों जैसे धार्मिक त्योहार शामिल हैं.