नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हुए भीषण अग्निकांड के बाद शवों को लेने आए परिजनों की काफी भीड़ है. वहीं एलएनजेपी अस्पताल के शव गृह के सामने लोगों की भारी भीड़ है. इनमें वो लोग हैं, जिनके परिजनों के शव, शव गृह में रखे हुए हैं. कुछ का पोस्टमार्टम हो रहा है, कुछ शव उनके घर भी भेजे जा रहे हैं. लेकिन यहीं पर उमर और उनके रिश्तेदार अभी भी बदहवास अवस्था में इधर-उधर घूम रहे हैं. कारण यह है कि उनके मामा के बेटे नौशाद के बारे में अभी तक कोई खबर नहीं मिली है.
आग वाली फैक्ट्री में थे नौशाद
नौशाद उसी फैक्ट्री में थे, जिसमें बीते दिन सुबह आग लगी थी और उसके बाद से नौशाद की कोई खबर नहीं मिल रही है. उमर ने बताया कि सभी अस्पतालों में तलाश कर चुके हैं, पुलिस कुछ साफ-साफ बता नहीं रही है. उन्होंने बताया कि इनके कुछ परिजन शव गृह के अंदर भी गए थे, लेकिन वहां से भी निराश वापस लौटे.
नहीं हो सकी पहचान
एक परिजन ने यह भी बताया कि नौशाद का मोबाइल पुलिस के पास था. लेकिन उसके आधार पर भी पुलिस अब तक नौशाद का पता नहीं लगा सकी है.
गौरतलब है कि एलएनजेपी अस्पताल के पास शव गृह में 34 शव थे, जिनमें से 31 की पहचान हो चुकी है, लेकिन जो 3 शव हैं, उनमें भी परिजनों का कहना है कि नौशाद का शव नहीं है.