नई दिल्ली: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) राजधानी में स्मारकों में आने वाले पर्यटकों के लिए अब कैंटीन की सुविधा शुरू करने जा रहा है. जल्द ही लाल किला, कुतुब मीनार और पुराना किला सहित अन्य एएसआई के स्मारकों में पर्यटकों को कैंटीन की सुविधा अंदर ही उपलब्ध होगी. इससे पहले एएसआई का सबसे अधिक ध्यान स्मारकों के संरक्षण पर रहा है, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है, जब एएसआई पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ऐसा कोई कदम उठाने जा रहा है. एएसआई ने यह सर्वे करना शुरू कर दिया है कि किस-किस स्मारक में कैंटीन खोली जा सकती है.
जानकारी के मुताबिक फिलहाल एएसआई लाल किले में कैंटीन खोलने को अंतिम रूप देने जा रहा है. नवंबर में यह कैंटीन शुरू हो जाएगी. पिछले साल लाल किले में एक कैफे खोला गया था, जो काफी महंगा है. अधिकारियों का कहना है कि कैफे में केवल 25-30 प्रतिशत पर्यटक ही जाते हैं. लेकिन अब एएसआई जो कैंटीन खोलने जा रहा है, उसमें मध्यमवर्गीय लोगों के बजट के अनुसार खाने-पीने की चीजों का रेट तय किया जाएगा.
बताया गया कि यहां खाने-पीने की सभी तरह की चीजें उपलब्ध होंगी, जिसमें बच्चों से लेकर बड़ों तक के खाने की पसंद का खयाल रखा जाएगा. फिलहाल पर्यटकों के लिहाज यह बड़ी सुविधा मानी जा रही है. अक्सर इन स्मारकों में आने वाले पर्यटक खाने पीने की चीजें तलाशते हैं, लेकिन ऐसा न होने पर वे परेशान होते हैं. वहीं पर्यटकों को बाहर की खाने पीने की चीजें अंदर ले जाने की भी अनुमति नहीं है.
दिल्ली में हैं एएसआई के कुल 174 स्मारक: गौरतलब है कि दिल्ली में एएसआई के कुल 174 स्मारक हैं, जिसमें से कुतुब मीनार, लाल किला और हुमायूं का मकबरा विश्व धरोहर स्थल हैं. वहीं 10 स्मारक टिकट वाले हैं, जबकि बाकी स्मारकों में टिकट नहीं लगता है. इन स्मारकों के अंदर जाने पर बोतल के पानी खरीदने की भी व्यवस्था नहीं है, जिससे गर्मी के दिनों में पर्यटक सबसे ज्यादा परेशान होते हैं.
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