नई दिल्ली: 25 फरवरी का दिन था. हर कोई अपने घरों में महफूज था लेकिन अचानक से हुई हिंसा ने लोगों से पलभर में सब कुछ छीन लिया. कुछ ऐसी ही हिंसा शिव विहार इलाके में हुई. हर दिन हिंसा पीड़ितों की दर्द भरी कहानियां यहां से निकल कर आ रही हैं. उपद्रवियों ने 1-2 नहीं हजारों परिवारों को ऐसे ज़ख्म दिए हैं जिन की भरपाई शायद बरसो में भी पूरी ना हो.
पीड़ित परिवार ने सुनाई आपबीती
25 फरवरी के दिन एक ऐसे ही परिवार ने ईटीवी भारत को अपनी आपबीती सुनाई जो शायद इस हिंसा को कभी भूल न पाए. शिव विहार मे एक परिवार जो असम से ताल्लुक रखता है. परिवार के मुखिया आसिफ ने रोते हुए हिंसा की दर्दनाक घटना बयान की.
बार-बार पुलिस को किया फोन, नहीं हुई मदद
आसिफ ने कहा कि 25 फरवरी को सब यहां से जा रहे थे. उस समय कुछ समझ नहीं आया. रात को यहां हंगामा हुआ, लोगों के घरों में आग लगाई गई. मैंने बार-बार पुलिस को फोन किया लेकिन कोई मदद नहीं आई.
उपद्रवियों ने आसिफ के घर की तोड़-फोड़
उन्होंने कहा कि उपद्रवियों ने मेरे घर मे घुस कर तोड़-फोड़ की. अलमारी तोड़ कर कैश और जेवरात ले गए. उन्होंने कहा कि हालात अब भी खराब है. बृजपुरी में एक जगह ली है जहां रात बसर कर लेते है, अगर यहां के हालात ठीक नहीं हुए तो हम यहां नहीं रहेंगे.