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एयरफोर्स में भर्ती के नाम पर 400 युवाओं के साथ ठगी - airforce

डीसीपी के अनुसार भारतीय वायु सेना की तरफ से स्पेशल सेल की साइबर सेल को फर्जीवाड़े की शिकायत मिली थी. शिकायत में बताया गया कि किसी जालसाज ने भारतीय वायु सेना में भर्ती के नाम पर एक फर्जी वेबसाइट बना दी है. वेबसाइट के द्वारा भर्ती के नाम पर ठगी की जा रही थी.

एयरफोर्स में भर्ती के नाम पर 400 युवाओं के साथ ठगी
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Published : Apr 23, 2019, 10:38 AM IST

नई दिल्ली: एयरफोर्स में भर्ती के नाम पर 400 से ज्यादा बेरोजगार युवाओं से ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने वारदात के लिए भारतीय वायु सेना से मिलती-जुलती वेबसाइट बना डाली.

यहां लोगों से आवेदन मांगे गए एवं इसके साथ कुछ फीस भी जमा करवाई गई. भारतीय वायु सेना को जब इसकी भनक लगी तो इसकी शिकायत स्पेशल सेल की साइबर सेल से की गई. पुलिस ने इस गैंग के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है.


डीसीपी के अनुसार भारतीय वायु सेना की तरफ से स्पेशल सेल की साइबर सेल को फर्जीवाड़े की शिकायत मिली थी. शिकायत में बताया गया कि किसी जालसाज ने भारतीय वायु सेना में भर्ती के नाम पर एक फर्जी वेबसाइट बना दी है.

इस वेबसाइट पर भारतीय वायु सेना में नौकरी के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं. यह वेबसाइट बिल्कुल भारतीय वायु सेना की वेबसाइट से मिलती-जुलती बनाई गई है.

जिससे लोग आसानी से उनके झांसे में फंस सके. इस वेबसाइट के जरिए लोगों ने जब आवेदन किया तो उनसे रुपए ठग लिए गए. इस शिकायत पर साइबर सेल ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की.

ऐसे आरोपियों तक पहुंची पुलिस
टेक्निकल जांच से पुलिस को पता चला कि वेबसाइट के साथ एक बैंक अकाउंट जुड़ा हुआ है जहां आवेदन के साथ जमा कराने वाले पैसे जाते हैं.

पुलिस टीम ने जब इसका आईपी ऐड्रेस निकाला तो पता चला इस पूरे जालसाजी के पीछे महेंद्र सिंह और विकास स्वामी नामक 2 लोग शामिल है.

पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने राजस्थान के चुरू से बीसीए किया हुआ है. जल्दी रुपए कमाने की चाहत में उन्होंने इस तरह की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से आवेदन मांगना शुरू कर दिया.

मांगते थे छोटी रकम
आरोपी आवेदन के साथ छोटी रकम मांगते थे ताकि लोगों को ठगे जाने पर ज्यादा नुकसान न हो. ऐसे लोग छोटी रकम ठगे जाने पर शिकायत भी नहीं करते.

अब तक वह 400 से ज्यादा लोगों से इस तरीके से ठगी कर चुके थे. उन्होंने भारतीय वायु सेना से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाने के लिए अपने आईटी ज्ञान का इस्तेमाल किया.

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह नौकरी के लिए आवेदन करते समय उस वेबसाइट की अच्छे से जांच कर लें. सरकारी वेबसाइट ज्यादातर gov.in पर खत्म होती हैं.

नई दिल्ली: एयरफोर्स में भर्ती के नाम पर 400 से ज्यादा बेरोजगार युवाओं से ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने वारदात के लिए भारतीय वायु सेना से मिलती-जुलती वेबसाइट बना डाली.

यहां लोगों से आवेदन मांगे गए एवं इसके साथ कुछ फीस भी जमा करवाई गई. भारतीय वायु सेना को जब इसकी भनक लगी तो इसकी शिकायत स्पेशल सेल की साइबर सेल से की गई. पुलिस ने इस गैंग के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है.


डीसीपी के अनुसार भारतीय वायु सेना की तरफ से स्पेशल सेल की साइबर सेल को फर्जीवाड़े की शिकायत मिली थी. शिकायत में बताया गया कि किसी जालसाज ने भारतीय वायु सेना में भर्ती के नाम पर एक फर्जी वेबसाइट बना दी है.

इस वेबसाइट पर भारतीय वायु सेना में नौकरी के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं. यह वेबसाइट बिल्कुल भारतीय वायु सेना की वेबसाइट से मिलती-जुलती बनाई गई है.

जिससे लोग आसानी से उनके झांसे में फंस सके. इस वेबसाइट के जरिए लोगों ने जब आवेदन किया तो उनसे रुपए ठग लिए गए. इस शिकायत पर साइबर सेल ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की.

ऐसे आरोपियों तक पहुंची पुलिस
टेक्निकल जांच से पुलिस को पता चला कि वेबसाइट के साथ एक बैंक अकाउंट जुड़ा हुआ है जहां आवेदन के साथ जमा कराने वाले पैसे जाते हैं.

पुलिस टीम ने जब इसका आईपी ऐड्रेस निकाला तो पता चला इस पूरे जालसाजी के पीछे महेंद्र सिंह और विकास स्वामी नामक 2 लोग शामिल है.

पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने राजस्थान के चुरू से बीसीए किया हुआ है. जल्दी रुपए कमाने की चाहत में उन्होंने इस तरह की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से आवेदन मांगना शुरू कर दिया.

मांगते थे छोटी रकम
आरोपी आवेदन के साथ छोटी रकम मांगते थे ताकि लोगों को ठगे जाने पर ज्यादा नुकसान न हो. ऐसे लोग छोटी रकम ठगे जाने पर शिकायत भी नहीं करते.

अब तक वह 400 से ज्यादा लोगों से इस तरीके से ठगी कर चुके थे. उन्होंने भारतीय वायु सेना से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाने के लिए अपने आईटी ज्ञान का इस्तेमाल किया.

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह नौकरी के लिए आवेदन करते समय उस वेबसाइट की अच्छे से जांच कर लें. सरकारी वेबसाइट ज्यादातर gov.in पर खत्म होती हैं.

Intro:नई दिल्ली
एयरफोर्स में भर्ती के नाम पर 400 से ज्यादा बेरोजगार युवाओं से ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने वारदात के लिए भारतीय वायु सेना से मिलती-जुलती वेबसाइट बना डाली. यहां लोगों से आवेदन मांगे गए एवं इसके साथ कुछ फीस भी जमा करवाई गई. भारतीय वायु सेना को जब इसकी भनक लगी तो इसकी शिकायत स्पेशल सेल की साइबर सेल से की गई. पुलिस ने इस गैंग के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है.


Body:डीसीपी के अनुसार भारतीय वायु सेना की तरफ से स्पेशल सेल की साइबर सेल को फर्जीवाड़े की शिकायत मिली थी. शिकायत में बताया गया कि किसी जालसाज ने भारतीय वायु सेना में भर्ती के नाम पर एक फर्जी वेबसाइट बना दी है. इस वेबसाइट पर भारतीय वायु सेना में नौकरी के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं. यह वेबसाइट बिल्कुल भारतीय वायु सेना की वेबसाइट से मिलती-जुलती बनाई गई है ताकि लोग आसानी से उनके झांसे में फंस सके. इस वेबसाइट के जरिए लोगों ने जब आवेदन किया तो उनसे रुपए ठग लिए गए. इस शिकायत पर साइबर सेल ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की.

टेक्निकल सर्विलांस से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
टेक्निकल जांच से पुलिस को पता चला कि वेबसाइट के साथ एक बैंक अकाउंट जुड़ा हुआ है जहां आवेदन के साथ जमा कराने वाले पैसे जाते हैं. पुलिस टीम ने जब इसका आईपी ऐड्रेस निकाला तो पता चला इस पूरे जालसाजी के पीछे महेंद्र सिंह और विकास स्वामी नामक 2 लोग शामिल है. पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने राजस्थान के चुरू से बीसीए किया हुआ है. जल्दी रुपए कमाने की चाहत में उन्होंने इस तरह की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से आवेदन मांगना शुरू कर दिया.


आवेदन के साथ मांगते थे छोटी रकम
आरोपी आवेदन के साथ छोटी रकम मांगते थे ताकि लोगों को ठगे जाने पर ज्यादा नुकसान न हो. ऐसे लोग छोटी रकम ठगे जाने पर शिकायत भी नहीं करते. अब तक वह 400 से ज्यादा लोगों से इस तरीके से ठगी कर चुके थे. उन्होंने भारतीय वायु सेना से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाने के लिए अपने आईटी ज्ञान का इस्तेमाल किया. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह नौकरी के लिए आवेदन करते समय उस वेबसाइट की अच्छे से जांच कर लें. सरकारी वेबसाइट ज्यादातर gov.in पर खत्म होती हैं.


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