बौद्ध भिक्षु ज्ञानदीप ने बताया कि म्यांमार से अक्सर धार्मिक यात्रा के लिए लोग भारत आते रहते हैं. इस तरह के कई ग्रुप भारत आते हैं जो बनारस के रास्ते दिल्ली पहुंचते हैं. वह पहले बनारस घूमते हुए दिल्ली आते हैं और फिर यहां से आगरा बोधगया होते हुए वापस म्यांमार लौटते हैं. इसी तरह का यह ग्रुप भारत घूमने के लिए आया हुआ था. यह लोग वाराणसी घूमने के बाद सोमवार को दिल्ली पहुंचे थे. दिल्ली पहुंचकर उन्होंने करोल बाग स्थित अर्पित होटल में कमरा लिया था.
मदद के लिए पहुंचा बौद्ध भिक्षु
ज्ञानदीप ने बताया कि वह भारत में ही रहते हैं और बौद्ध धर्म को अपना चुके हैं. वह इस ग्रुप की मदद करने के लिए आए हैं. उन्हें इसके बारे में सूचना मिली थी जिसके बाद वह आए उन्हें पता चला कि 7 लोग होटल में ठहरे थे जिनमें से दो महिलाओं की मौत हो गई है. जबकि दो गंभीर रूप से घायल है. उन्होंने बताया कि मरने वाली महिला एवं युद्ध एक ही कमरे में साथ ठहरे हुए थे. उन्होंने बताया कि कुछ अन्य लोग भी घायल है जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है.
पोस्टमार्टम के बाद में म्यांमार भेजा जाएगा शव
ज्ञानदीप ने बताया कि दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हो रहे इस पोस्टमार्टम के बाद उन्हें यह दोनों शव म्यांमार भिजवाने हैं. इसके लिए उन्हें व्यवस्था करने को कहा गया है. उन्होंने बताया की हादसे में मरने वाली दोनों महिलाओं के परिवार के सदस्य यहां पर फिलहाल नहीं आ सकते हैं. इसलिए इन दोनों शवों को वहां भेजने का काम कर रहे हैं.