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दिल्ली अग्निकांड: 5 मंजिला इमारत में लगे थे 7 कमर्शियल मीटर, रेहान ने उगले राज

पुरानी दिल्ली के अनाज मंडी इलाके की एक बिल्डिंग में हुए अग्निकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ है. बिल्डिंग के मालिक के अनुसार बिल्डिंग में सात कमर्शियल मीटर लगाए गए थे.

18 rooms and seven commercial meters on a three-story building delhi fire tragedy
इमारत में लगे थे सात कमर्शियल मीटर
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Published : Dec 11, 2019, 2:08 AM IST

Updated : Dec 11, 2019, 8:59 AM IST

नई दिल्ली: अनाज मंडी के जिस मकान में अग्निकांड हुआ, वहां एक दो नहीं बल्कि सात कमर्शियल मीटर लगाए गए थे. यह खुलासा क्राइम ब्रांच के समक्ष बिल्डिंग के मालिक रेहान ने किया है. यह सभी मीटर नीचे भूतल पर लगाए गए थे.

इमारत में लगे थे सात कमर्शियल मीटर

वहीं ऊपर अलग-अलग कमरों के लिए सब मीटर की व्यवस्था रेहान ने कर रखी थी. दूसरी मंजिल पर लगे हुए इसी सब मीटर से आग लगने की आशंका क्राइम ब्रांच ने जताई है.

पुलिस की गिरफ्त है बिल्डिंग का मालिक
दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है बिल्डिंग का मालिक रेहान और उसका मैनेजर फुरकान. मंगलवार को क्राइम ब्रांच की टीम दोनों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची, जहां उन्हें प्रत्येक फ्लोर पर ले जाकर जानकारी जुटाई गई. उनसे यह पूछा गया कि किस फ्लोर पर कौन-कौन रहता था. उन्होंने कौन सा कमरा किसको किराए पर दे रखा था.

इसके अलावा यहां पर बिजली का कनेक्शन किस तरीके से दिया गया था. इस दौरान उन्हें पता चला की बिजली कंपनी की तरफ से यहां पर सात कमर्शियल मीटर लगाए गए थे. इनमें से दो कमर्शियल मीटर अकेले रेहान के नाम पर थे, जिनमें से एक 27 किलोवाट का जबकि दूसरा 23 किलो वाट का है.

सब मीटर से आग लगने की आशंका
नीचे लगे इन मीटरों में किसी भी प्रकार की आगजनी नहीं हुई है. यह मीटर पूरी तरीके से सुरक्षित हैं. वहीं मौके पर पहुंची क्राइम ब्रांच को पता चला है कि दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर मिलाकर कुल अट्ठारह कमरे बने हुए थे. इनके लिए अलग-अलग सब मीटर लगे हुए थे. यह सभी कमरे 10 से 15 हजार रुपये महीने के किराए पर दिए गए थे.

फिलहाल 15 कमरों में किराएदार थे जबकि तीन कमरे खाली थे. जांच में पुलिस को पता चला है कि इस बिल्डिंग में दूसरी मंजिल पर सबसे ज्यादा आगजनी हुई है. यहां पर ही सब-मीटर से आग लगने की आशंका जताई गई है. मीटर के नीचे जैकेट बनाने का सामान एवं कुछ केमिकल रखा हुआ था जिससे आग भड़कने का अनुमान है.

सीबीआई की सीएफएसएल करेगी जांच
आग लगने के कारण को लेकर स्पष्ट रिपोर्ट पूरी जांच के बाद आएगी, लेकिन प्राथमिक जांच में सब मीटर से आग लगने की आशंका क्राइम ब्रांच जता रही है. इस मामले में एक तरफ जहां पूरी बिल्डिंग को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम 3D स्कैनिंग करवा रही है तो वहीं दूसरी तरफ एफएसएल से इसकी जांच कराई गई है. अब बुधवार को सीबीआई की सीएफएसएल की टीम मौके पर आकर छानबीन करेगी और आग लगने के कारणों का पता लगाने की कोशिश करेगी.

तीन मंजिलों पर 18 कमरे
रेहान ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि भूतल एवं पहली मंजिल उसके पास है. इसमें उसने फैक्ट्री लगा रखी थी.व वहीं उसके ऊपर दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर कुल 18 कमरे बने हुए हैं. इनमें से 10 कमरे उसके हैं, जबकि चार कमरे भाई इमरान और चार कमरे उसके साले सोहेल के हैं. यह बिल्डिंग 2004 में जब उसने खरीदी थी तो केवल ढाई मंजिल थी.

इसके बाद 2008 में उसने अवैध तरीके से निर्माण कर इस पर 5 मंजिल बिल्डिंग खड़ी कर ली थी. मंगलवार को बिल्डिंग डिपार्टमेंट से आए एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने जब इस इमारत की ऊंचाई नापी तो यह 17 मीटर निकली है. क्राइम ब्रांच ने निगम से यह पूछा है कि अब बिल्डिंग किस कंडीशन में है. यह जलने के बाद कितनी कमजोर हुई है, इसका आकलन निगम से करने को कहा गया है.

नई दिल्ली: अनाज मंडी के जिस मकान में अग्निकांड हुआ, वहां एक दो नहीं बल्कि सात कमर्शियल मीटर लगाए गए थे. यह खुलासा क्राइम ब्रांच के समक्ष बिल्डिंग के मालिक रेहान ने किया है. यह सभी मीटर नीचे भूतल पर लगाए गए थे.

इमारत में लगे थे सात कमर्शियल मीटर

वहीं ऊपर अलग-अलग कमरों के लिए सब मीटर की व्यवस्था रेहान ने कर रखी थी. दूसरी मंजिल पर लगे हुए इसी सब मीटर से आग लगने की आशंका क्राइम ब्रांच ने जताई है.

पुलिस की गिरफ्त है बिल्डिंग का मालिक
दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है बिल्डिंग का मालिक रेहान और उसका मैनेजर फुरकान. मंगलवार को क्राइम ब्रांच की टीम दोनों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची, जहां उन्हें प्रत्येक फ्लोर पर ले जाकर जानकारी जुटाई गई. उनसे यह पूछा गया कि किस फ्लोर पर कौन-कौन रहता था. उन्होंने कौन सा कमरा किसको किराए पर दे रखा था.

इसके अलावा यहां पर बिजली का कनेक्शन किस तरीके से दिया गया था. इस दौरान उन्हें पता चला की बिजली कंपनी की तरफ से यहां पर सात कमर्शियल मीटर लगाए गए थे. इनमें से दो कमर्शियल मीटर अकेले रेहान के नाम पर थे, जिनमें से एक 27 किलोवाट का जबकि दूसरा 23 किलो वाट का है.

सब मीटर से आग लगने की आशंका
नीचे लगे इन मीटरों में किसी भी प्रकार की आगजनी नहीं हुई है. यह मीटर पूरी तरीके से सुरक्षित हैं. वहीं मौके पर पहुंची क्राइम ब्रांच को पता चला है कि दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर मिलाकर कुल अट्ठारह कमरे बने हुए थे. इनके लिए अलग-अलग सब मीटर लगे हुए थे. यह सभी कमरे 10 से 15 हजार रुपये महीने के किराए पर दिए गए थे.

फिलहाल 15 कमरों में किराएदार थे जबकि तीन कमरे खाली थे. जांच में पुलिस को पता चला है कि इस बिल्डिंग में दूसरी मंजिल पर सबसे ज्यादा आगजनी हुई है. यहां पर ही सब-मीटर से आग लगने की आशंका जताई गई है. मीटर के नीचे जैकेट बनाने का सामान एवं कुछ केमिकल रखा हुआ था जिससे आग भड़कने का अनुमान है.

सीबीआई की सीएफएसएल करेगी जांच
आग लगने के कारण को लेकर स्पष्ट रिपोर्ट पूरी जांच के बाद आएगी, लेकिन प्राथमिक जांच में सब मीटर से आग लगने की आशंका क्राइम ब्रांच जता रही है. इस मामले में एक तरफ जहां पूरी बिल्डिंग को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम 3D स्कैनिंग करवा रही है तो वहीं दूसरी तरफ एफएसएल से इसकी जांच कराई गई है. अब बुधवार को सीबीआई की सीएफएसएल की टीम मौके पर आकर छानबीन करेगी और आग लगने के कारणों का पता लगाने की कोशिश करेगी.

तीन मंजिलों पर 18 कमरे
रेहान ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि भूतल एवं पहली मंजिल उसके पास है. इसमें उसने फैक्ट्री लगा रखी थी.व वहीं उसके ऊपर दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर कुल 18 कमरे बने हुए हैं. इनमें से 10 कमरे उसके हैं, जबकि चार कमरे भाई इमरान और चार कमरे उसके साले सोहेल के हैं. यह बिल्डिंग 2004 में जब उसने खरीदी थी तो केवल ढाई मंजिल थी.

इसके बाद 2008 में उसने अवैध तरीके से निर्माण कर इस पर 5 मंजिल बिल्डिंग खड़ी कर ली थी. मंगलवार को बिल्डिंग डिपार्टमेंट से आए एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने जब इस इमारत की ऊंचाई नापी तो यह 17 मीटर निकली है. क्राइम ब्रांच ने निगम से यह पूछा है कि अब बिल्डिंग किस कंडीशन में है. यह जलने के बाद कितनी कमजोर हुई है, इसका आकलन निगम से करने को कहा गया है.

Intro:नई दिल्ली
अनाज मंडी के जिस मकान में अग्निकांड हुआ, वहां एक दो नहीं बल्कि सात कमर्शियल मीटर लगाए गए थे. यह खुलासा क्राइम ब्रांच के समक्ष रेहान ने किया है. यह सभी मीटर नीचे भूतल पर लगाए गए थे. वही ऊपर अलग-अलग कमरों के लिए सब मीटर की व्यवस्था रेहान ने कर रखी थी. दूसरी मंजिल पर लगे हुए इसी सब मीटर से आग लगने की आशंका क्राइम ब्रांच ने जताई है.


Body:दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के पास इस बिल्डिंग का मालिक रेहान और उसका मैनेजर फुरकान हिरासत में हैं. मंगलवार को क्राइम ब्रांच की टीम दोनों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची, जहां उन्हें प्रत्येक फ्लोर पर ले जाकर जानकारी जुटाई गई. उनसे यह पूछा गया कि किस फ्लोर पर कौन-कौन रहता था. उन्होंने कौन सा कमरा किसको किराए पर दे रखा था. इसके अलावा यहां पर बिजली का कनेक्शन किस तरीके से दिया गया था. इस दौरान उन्हें पता चला की बिजली कंपनी की तरफ से यहां पर सात कमर्शियल मीटर लगाए गए थे. इनमें से दो कमर्शियल मीटर अकेले रेहान के नाम पर थे, जिनमें से एक 27 किलोवाट का जबकि दूसरा 23 किलो वाट का है.



सब मीटर से आग लगने की आशंका
नीचे लगे इन मीटरों में किसी भी प्रकार की आगजनी नहीं हुई है. यह मीटर पूरी तरीके से सुरक्षित हैं. वही मौके पर पहुंची क्राइम ब्रांच को पता चला है कि दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर मिलाकर कुल अट्ठारह कमरे बने हुए थे. इनके लिए अलग-अलग सब मीटर लगे हुए थे. यह सभी कमरे 10 से 15 हजार रुपये महीने के किराए पर दिए गए थे. फिलहाल 15 कमरों में किराएदार थे जबकि तीन कमरे खाली थे. जांच में पुलिस को पता चला है कि इस बिल्डिंग में दूसरी मंजिल पर सबसे ज्यादा आगजनी हुई है. यहां पर ही सब-मीटर से आग लगने की आशंका जताई गई है. मीटर के नीचे जैकेट बनाने का सामान एवं कुछ केमिकल रखा हुआ था जिससे आग भड़कने का अनुमान है.



सीबीआई की सीएफएसएल करेगी जांच
आग लगने के कारण को लेकर स्पष्ट रिपोर्ट पूरी जांच के बाद आएगी, लेकिन प्राथमिक जांच में सब मीटर से आग लगने की आशंका क्राइम ब्रांच जता रही है. इस मामले में एक तरफ जहां पूरी बिल्डिंग को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम 3D स्कैनिंग करवा रही है तो वहीं दूसरी तरफ एफएसएल से इसकी जांच कराई गई है. अब बुधवार को सीबीआई की सीएफएसएल की टीम मौके पर आकर छानबीन करेगी और आग लगने के कारणों का पता लगाने की कोशिश करेगी.


तीन मंजिलों पर बने हैं 18 कमरे
रेहान ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि भूतल एवं पहली मंजिल उसके पास है. इसमें उसने फैक्ट्री लगा रखी थी.व वहीं उसके ऊपर दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर कुल 18 कमरे बने हुए हैं. इनमें से 10 कमरे उसके हैं, जबकि चार कमरे भाई इमरान और चार कमरे उसके साले सोहेल के हैं. यह बिल्डिंग 2004 में जब उसने खरीदी थी तो केवल ढाई मंजिल थी. इसके बाद 2008 में उसने अवैध तरीके से निर्माण कर इस पर 5 मंजिल बिल्डिंग खड़ी कर ली थी. मंगलवार को बिल्डिंग डिपार्टमेंट से आए एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने जब इस इमारत की ऊंचाई नापी तो यह 17 मीटर निकली है. क्राइम ब्रांच ने निगम से यह पूछा है कि अब बिल्डिंग किस कंडीशन में है. यह जलने के बाद कितनी कमजोर हुई है, इसका आकलन निगम से करने को कहा गया है.


Conclusion:
Last Updated : Dec 11, 2019, 8:59 AM IST
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