नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में शिक्षा निदेशालय एक बार फिर आवेदन प्रक्रिया शुरू कर रहा है. इससे पहले दो बार ड्रॉ निकाला जा चुका है. ड्रॉ के बाद बड़ी संख्या में अभिभावक आवंटित स्कूलों में रिपोर्ट करने नहीं पहुंचे. गड़बड़ी के चलते कई आवेदनों को स्कूलों ने रद्द कर दिया था.
नहीं भर रहीं सीटें
लगभग 1700 निजी, अनऐडिड और मान्यता प्राप्त स्कूलों में नर्सरी, केजी और पहली कक्षा के अंतर्गत ईडब्ल्यूएस कोटे के लिए 25 फीसदी सीटें आरक्षित होती हैं.
ईडब्ल्यूएस में दाखिले के संबंध में पहला सर्कुलर 28 दिसंबर 2018 को जारी किया गया था. दूसरा सर्कुलर 11 जनवरी 2019 को जारी किया गया. जिसके बाद अभिभावकों ने बड़ी संख्या में आवेदन किया था.
27 फरवरी को पहला ड्रॉ आयोजित किया गया जो 42,000 सीटों के लिए था. इनमें से करीब 31,000 सीटों पर ही दाखिले हो सके.
अन्य आवेदकों में से कुछ ने स्कूलों में रिपोर्ट नहीं किया तो कई आवेदन दस्तावेजों की कमी की वजह से रद्द कर दिए गए थे. अब 11 जून 2019 को बची हुई 8,200 सीटों के लिए दोबारा ड्रा निकाला गया. लेकिन इस बार भी सभी सीटों पर दाखिला नहीं हो पाया.
शिक्षा निदेशालय के सामने चुनौती
बड़ी संख्या में आवेदकों की अनुपस्थिति का नतीजा यह हुआ कि अभी भी ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के अंतर्गत तीन हज़ार सीटें खाली पड़ी हैं.
शिक्षा निदेशालय के पास बहुत बड़ी चुनौती है इन तीन हजार सीटों को इसी सत्र के लिए भर पाना. आवेदन प्राप्त हुए थे इसलिए उन्हीं आवेदकों का ड्रा भी निकाला जा सकता है.