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टोक्यो ओलंपिक : पहलवान दीपक पूनिया के कोच को बाहर निकाला गया

पदकों की संख्या के लिहाज से भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक अपेक्षा के अनुरूप साबित नहीं हुआ है. हालांकि, कई अभूतपूर्व कामयाबियां भी मिली हैं. इसी बीच एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में भारतीय पहलवान दीपक पूनिया के विदेशी कोच मुराद गैदारोव को एक रैफरी के साथ हाथापाई करने के आरोप में टोक्यो ओलंपिक से बाहर कर दिया गया.

पहलवान दीपक पूनिया
पहलवान दीपक पूनिया
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Published : Aug 6, 2021, 6:22 PM IST

टोक्यो : भारतीय पहलवान दीपक पूनिया के कोच को टोक्यो ओलंपिक से बाहर कर दिया गया है. पहलवान के कांस्य पदक के प्ले-ऑफ में पूनिया के विदेशी कोच मुराद गैदारोव ने रैफरी के साथ हाथापाई की थी. रैफरी उस मैच में मौजूद था जिसमें दीपक पूनिया सैन मारिनो के माइल्स नजीम अमीन से हार गये थे.

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने मामले की सुनवाई के बाद गैदारोव का 'एक्रीडिटेशन' रद्द कर दिया.

शुक्रवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) महासचिव राजीव मेहता ने ट्वीट किया, 'भारतीय कुश्ती टीम के विदेशी सहायक कोच मुराद गैदारोव एक मैच रैफरी से हाथापाई की घटना में शामिल थे जिससे उन्हें तुरंत तोक्यो ओलंपिक खेल गांव से बाहर कर दिया गया और उन्हें भारत के लिये पहली उड़ान से वापस बुला लिया गया है.'

भारतीय कुश्ती महासंघ ने गैदारोव (42 वर्ष) को पिछले कुछ समय से 2018 जूनियर विश्व चैम्पियन को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी.

यह भी पढ़ें- टोक्यो ओलंपिक: दीपक पूनिया को कांस्य पदक मुकाबले में मिली हार

गैदारोव बेलारूस की तरफ से 2008 बीजिंग ओलंपिक में रजत पदक जीत चुके हैं. उन्हें 2004 ओलंपिक खेलों में अयोग्य करार कर दिया गया था जब उन्होंने क्वार्टरफाइनल गंवाने के बाद एरीना के बाहर अपने प्रतिद्वंद्वी से हाथापाई की थी.

(पीटीआई-भाषा)

टोक्यो : भारतीय पहलवान दीपक पूनिया के कोच को टोक्यो ओलंपिक से बाहर कर दिया गया है. पहलवान के कांस्य पदक के प्ले-ऑफ में पूनिया के विदेशी कोच मुराद गैदारोव ने रैफरी के साथ हाथापाई की थी. रैफरी उस मैच में मौजूद था जिसमें दीपक पूनिया सैन मारिनो के माइल्स नजीम अमीन से हार गये थे.

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने मामले की सुनवाई के बाद गैदारोव का 'एक्रीडिटेशन' रद्द कर दिया.

शुक्रवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) महासचिव राजीव मेहता ने ट्वीट किया, 'भारतीय कुश्ती टीम के विदेशी सहायक कोच मुराद गैदारोव एक मैच रैफरी से हाथापाई की घटना में शामिल थे जिससे उन्हें तुरंत तोक्यो ओलंपिक खेल गांव से बाहर कर दिया गया और उन्हें भारत के लिये पहली उड़ान से वापस बुला लिया गया है.'

भारतीय कुश्ती महासंघ ने गैदारोव (42 वर्ष) को पिछले कुछ समय से 2018 जूनियर विश्व चैम्पियन को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी.

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गैदारोव बेलारूस की तरफ से 2008 बीजिंग ओलंपिक में रजत पदक जीत चुके हैं. उन्हें 2004 ओलंपिक खेलों में अयोग्य करार कर दिया गया था जब उन्होंने क्वार्टरफाइनल गंवाने के बाद एरीना के बाहर अपने प्रतिद्वंद्वी से हाथापाई की थी.

(पीटीआई-भाषा)

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