केनबरा: डब्ल्यूटीए विश्व नंबर एक एश्ले बार्टी ने हाल हीं में COVID के चलते यूएस ओपन के बाद फ्रेंच ओपन से भी अपना नाम वापस ले लिया था जिसके बाद उन्होंने अब जाकर मीडिया को खुलकर उसका कारण बताया है.
बार्टी के अनुसार कोविड काफी खतरनाक वायरस है जिसके चलते वो किसी भी टूर्नामेंट का हिस्सा बनने से पहले सोच रही हैं वहीं उनके कोच भी उनके साथ नहीं है ऐसे में सही ट्रेनिंग न मिल पाने के चलते भी वो टूर्नामेंट से अपना नाम वापस लेने को एक सही फैसला मान रही हैं.
बार्टी ने फ्रेंच ओपन से अपना नाम वापस लेने के फैसले पर एक मीडिया हाउस से बातचीत करते हुए कहा, "हां, जाहिर है कि ये मेरे लिए एक चुनौतीपूर्ण निर्णय था. एक निर्णय जिसे मैने कई महीनों तक टालने की कोशिश की. इसके कई कारण हैं. जिसका फिलहाल ये कारण सबसे बड़ा है कि COVID काफी जोखिम भरा है और मेरे कोच क्रेग (टायजर) के साथ ट्रेन करने में सक्षम नहीं होने के कारण आदर्श ट्रेनिंग ले पाना मुश्किल था. इसलिए ये एक चुनौतीपूर्ण फैसला था लेकिन मैं ये समझती हूं कि ये हमारी टीम के लिए सबसे अच्छा निर्णय था."
कोच के साथ ट्रेनिंग न कर पाने को लेकर बार्टी ने कहा, "ये टाइज (क्रेग टायजर) और मेरे लिए वास्तविक में काफी चुनौतीपूर्ण था. मैंने मार्च के बाद से उन्हें नहीं देखा. हमारे लिए ये एक मुश्किल समय है कि हम कोशिश करें और तैयारी करें आगे आने वाले टूर्नामेंट्स की, लेकिन हमने पूरी कोशिश की इस सीजन के लिए. हमने हर जरूरी आवेदन भी किए लेकिन दुर्भाग्य से हमारे सभी आवेदन खारिज कर दिए गए. अब हम प्री-सीजन के लिए फिर से प्रयास करेंगे और उम्मीद है कि वो (कोच) यहां आ सकें. हम ऑस्ट्रेलियाई समर के लिए सबसे अच्छी तैयार कर सकें."
ऐश बार्टी ने कोरोनोवायरस महामारी के दौरान फ्रेंच ओपन से बाहर होने के कारण महिला टेनिस नंबर 1 के रूप में अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी, बता दें कि वो इस बार फ्रेंच ओपन में अपने खिताब की रक्षा नहीं करेंगी.