नई दिल्ली: अगस्त के पहले सप्ताह में कुश्ती नेशनल कैम्प आयोजित किया जा सकता है. भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के साथ मिलकर कैम्प की संभावित तारीखों पर काम कर रहा है.
जून में दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा 57 राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) की मान्यता रद करने के बाद साई ने नेशनल कैम्प आयोजित करने की जिम्मेदारी उठा ली है.
कैम्प शुरुआती तौर पर ओलंपिक भारवर्ग के खिलाड़ियों के ही होगा और इसके आयोजन से पहले क्वारंटीन की प्रक्रिया का पालन किया जाएगा.
डब्ल्यूएफआई के महासचिव विनोद तोमर ने बुधवार को मीडिया से कहा, "कई खिलाड़ी अभी इस समय खुद से ट्रेनिंग कर रहे हैं और उनका मत है कि यह महीने गुजर जाने दीजिए. इसलिए हम शायद अगस्त के पहले सप्ताह में कैम्प लगाने के बारे में विचार कर सकते हैं."
उन्होंने कहा, "शुरुआती तौर पर ओलंपिक भारवर्ग पर ही ध्यान दिया जाएगा. जैसे ही स्थिति बेहतर होगी हम अन्य भारवर्गो के लिए भी शिविर शुरू कर देंगे."
पुरुष खिलाड़ियों का कैम्प हरियाणा के सोनीपत में आयोजित किया जाएगा जबकि महिलाओं का कैम्प लखनऊ में होगा. जिन शीर्ष खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है उन्हें कैम्प में आना होगा.
कई खिलाड़ी अपने आप ट्रेनिंग कर रहे हैं वहीं ओलंपिक में भारत की पदक की उम्मीद बजरंग पुनिया अपने साथी जितेंद्र के साथ अभ्यास कर रहे हैं.
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार, 2019 विश्व चैम्पियनशिप के पदकधारी दीपक पुनिया और रवि कुमार दहिया के साथ नई दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग कर रहे हैं.
इस साल सिर्फ एक ही टूर्नामेंट है और वो है विश्व चैम्पयनिशप जो 12 दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच सर्बिया के बेलग्रेड में खेली जाएगी. इसी कारण डब्ल्यूएफआई कैम्प को लेकर किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं है.
तोमर ने कहा, "हमारे पास दिसंबर तक का समय है इसलिए जल्दी करने की कोई जरूरत नहीं है. विश्व चैम्पियनशिप को लेकर भी चीजें साफ नहीं है कि यह दिसंबर में होगी या नहीं."