ETV Bharat / sports

शीतकालीन ओलंपिक: आइसोलेशन में रहे दर्जनों एथलीटों को नहीं मिल रही बेहतर सुविधाएं

चीन के शीतकालीन ओलंपिक में कोरोना संक्रमित होने के कारण आइसोलेशन में रहे दर्जनों एथलीटों ने अपने दुखों को साझा किया है, जिसमें उन्होंने कई तरह की बातें की हैं. इस बारे में डेली मेल ने जानकारी दी है.

Winter Olympics 2022  Winter Olympics athletes  isolation  शीतकालीन ओलंपिक  आइसोलेशन  ओलंपिक एथलीट
Winter Olympics 2022
author img

By

Published : Feb 7, 2022, 7:44 PM IST

नई दिल्ली: बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक कोरोना महामारी के बीच एक वायरस-मुक्त टूर्नामेंट आयोजित करने का प्रयास कर रहा है. प्रतियोगियों और उनकी टीमों को एक बायो-बबल में रखा गया है. जहां हर दिन टेस्ट किए जाते हैं और पॉजिटिव आने के बाद उन्हें आइसोलेशन में डाल दिया जाता है.

लेकिन आइसोलेशन में स्थितियां कथित तौर पर विकट हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वेलेरिया वासनेत्सोवा, एक रूसी एथलीट का दावा है कि उन्हें लगातार पांच दिनों तक एक ही तरह का भोजन दिन में तीन बार परोसा गया था, जिससे उन्हें ज्यादा दिक्कत हो गई थी.

यह भी पढ़ें: क्रिकेट को अलविदा कहना चाहते थे रशीद, आज U-19 टीम के उपकप्तान बन देश को दिलाया खिताब

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, जर्मन टीम के प्रमुख डिर्क शिममेलपफेनिग ने भी अपने एथलीटों के लिए 'अस्वीकार्य' स्थितियों की आलोचना करते हुए कहा कि आइसोलेशन रूम बहुत छोटे हैं और ऊपर से साथ सुथरा भी नहीं हैं. वहीं भोजन खराब है और पीसीआर टेस्ट भी नहीं किए जा रहे हैं.

वर्तमान में चीन में कोविड आइसोलेशन में एथलीटों लेकर 387 अन्य लोग हैं. हालांकि इसमें उनकी टीम और प्रेस के सदस्य भी शामिल हैं. अकेले प्रतियोगियों की सही संख्या स्पष्ट नहीं है, लेकिन दर्जनों लोग इसमें शामिल हैं.

यह भी पढ़ें: 'आईपीएल नीलामी में सर्वश्रेष्ठ भारतीय खिलाड़ियों पर होंगी सबकी नजरें'

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, फिनलैंड की आइस हॉकी टीम के प्रमुख जुक्का जालोनेन ने रविवार को कहा कि चीन उनके एक स्टार खिलाड़ी के साथ मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है.

नई दिल्ली: बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक कोरोना महामारी के बीच एक वायरस-मुक्त टूर्नामेंट आयोजित करने का प्रयास कर रहा है. प्रतियोगियों और उनकी टीमों को एक बायो-बबल में रखा गया है. जहां हर दिन टेस्ट किए जाते हैं और पॉजिटिव आने के बाद उन्हें आइसोलेशन में डाल दिया जाता है.

लेकिन आइसोलेशन में स्थितियां कथित तौर पर विकट हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वेलेरिया वासनेत्सोवा, एक रूसी एथलीट का दावा है कि उन्हें लगातार पांच दिनों तक एक ही तरह का भोजन दिन में तीन बार परोसा गया था, जिससे उन्हें ज्यादा दिक्कत हो गई थी.

यह भी पढ़ें: क्रिकेट को अलविदा कहना चाहते थे रशीद, आज U-19 टीम के उपकप्तान बन देश को दिलाया खिताब

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, जर्मन टीम के प्रमुख डिर्क शिममेलपफेनिग ने भी अपने एथलीटों के लिए 'अस्वीकार्य' स्थितियों की आलोचना करते हुए कहा कि आइसोलेशन रूम बहुत छोटे हैं और ऊपर से साथ सुथरा भी नहीं हैं. वहीं भोजन खराब है और पीसीआर टेस्ट भी नहीं किए जा रहे हैं.

वर्तमान में चीन में कोविड आइसोलेशन में एथलीटों लेकर 387 अन्य लोग हैं. हालांकि इसमें उनकी टीम और प्रेस के सदस्य भी शामिल हैं. अकेले प्रतियोगियों की सही संख्या स्पष्ट नहीं है, लेकिन दर्जनों लोग इसमें शामिल हैं.

यह भी पढ़ें: 'आईपीएल नीलामी में सर्वश्रेष्ठ भारतीय खिलाड़ियों पर होंगी सबकी नजरें'

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, फिनलैंड की आइस हॉकी टीम के प्रमुख जुक्का जालोनेन ने रविवार को कहा कि चीन उनके एक स्टार खिलाड़ी के साथ मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.