मोस्को : ओलंपिक के हमेशा टॉप टीमों में रहने वाली रूस को अब बड़ा झटका लगने वाला है. रूस को 4 सालों के लिए सभी खेलों से प्रतिबंधित किया जा सकता है.
अगर ऐसा होता है तो रूस दो ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले पाएगा. 1996 के बाद से लगातार ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले रूस ने 546 ओलंपिक मेडल जीते हैं और 1996 से लेकर 2016 तक वे शीर्ष चार में भी रहे.
ऐसे में टोक्यो ओलंपिक से पहले अगर ऐसा होता है तो ये खेल जगत के लिए भी बड़ा झटका होगा.
रूस के डोपिंग रोधी प्रमुख यूरी गानुस ने कहा है कि उन्हें लगता है कि विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) रूस को चार साल के लिए सभी खेलों से प्रतिबंधित करने की सिफारिश स्वीकार कर लेगी.
रूसी डोपिंग रोधी एजेंसी (आरयूएसएडीए) के प्रमुख यूरी ने वाडा के महत्वपूर्ण पैनल की सिफारिश के बाद कहा कि ये सच्चाई है. पैनल ने मोस्को पर जांचक्रताओं को सौंपे गए प्रयोगशाला के आंकड़ो में हेरफेर का आरोप लगाया है.
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यूरी ने कहा हम बाहर होने वाले हैं, अगले चार साल के लिए हम बाहर उन्होंने कहा कि चार साल लंबा समय है, ये दो ओलंपिक हैं. रूस को तुरंत नए खेल प्रबंधन की जरूरत है और उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से हस्क्षेप की मांग की.
उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मैं इंतजार कर रहा हूं कि राष्ट्रपति इसमें सक्रिय भूमिका निभाएं. यूरी ने कहा कि यहां खेलों में काफी समस्याएं हैं, लेकिन सबसे मुश्किल और त्रासदीपूर्ण चीज ये है कि हमारे खिलाड़ियों को हमारे खेल अधिकारियों की करनी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
वाडा की अनुपालन समीक्षा समिति (सीआरसी) ने बयान जारी करके प्रतिबंध की मांग की थी, जिससे रूस अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो जाएगा. इसे नौ दिसंबर को पेरिस में होने वाली बैठक में इसे स्वीकृति मिल सकती है.