जोधपुर : जब मन में दृढ़ संकल्प हो तो किसी भी बड़े से बड़े लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है. इस कथन को सच कर दिखाया है राजस्थान के जोधपुर से ताल्लुक रखने वाली विमला माचरा ने, एशियन ट्रैक साइक्लिंग चैंपियनशिप के लिए मलेशिया जाने वाली भारतीय साइक्लिंग टीम में विमला माचरा का चयन हुआ है. वो 14 जून से 19 जून के बीच मलेशिया में होने वाली एशियन साइक्लिंग चैंपियनशिप में भाग लेंगी. बता दें कि यहां तक पहुंचने का उनका सफर आसान नहीं रहा है, लेकिन उनकी निरंतर मेहनत, जज्बे और दृढ़ संकल्प से यह संभव हो पाया है. विमला की कोच तारा चौधरी को भी अपनी इस शिष्या पर नाज़ है. ईटीवी भारत के साथ यह जानकारी साझा करते हुए कोच तारा चौधरी अत्यधिक प्रसन्न नजर आ रही थीं, और हो भी क्यों ना, उनकी शिष्या ने उनका सिर गर्व से ऊंचा जो कर दिया है.
कोच तारा चौधरी ने बताया कि विमला का साल 2019 में 'खेलो इंडिया' के लिए चयन हुआ था. इसके बाद उन्होंने हैदराबाद, जयपर और गुवाहाटी में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक अपने नाम किए. बता दें कि विमला माचरा मूल रूप से जोधपुर जिले के गांव लिखवाना ओसियां की रहने वाली है. उनके पिता का नाम गोविंदराम माचरा है. वर्तमान में विमला जोधपुर में बनाड़ में रहती हैं. इस पूरे सफर में विमला को अपने परिवार का भी पूरा समर्थन मिला. मध्यमवर्गीय परिवार होने के बावजूद विमला के पिताजी ने अपनी बेटी को कड़े परिश्रम के बाद 4 लाख की ट्रैक साइकिल दिलवाई थी.
विमला साइक्लिंग कोच तारा चौधरी (जोधपुर) की नियमित प्रशिक्षु रही हैं. साइक्लिंग कोच तारा चौधरी वर्तमान में राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद में पदस्थापित हैं. विमला अपनी प्रशिक्षक तारा चौधरी के सानिध्य में जोधपुर में बरकतुल्लाह स्टेडियम कायलाना सिद्धनाथ रोड पाली रोड घोड़ा घाटी किला रोड पर साइक्लिंग की तैयारी करती थी. लेकिन अब वो मलेशिया में जाकर भारत का परचम बुलंद करेंगी. 2023 एशियन ट्रैक साइक्लिंग चैंपियनशिप (एसीसी 2023) मलेशिया के निलाई में नेशनल वेलोड्रोम में 14-19 जून तक आयोजित की जाएगी, जिसमें 30 से अधिक देशों के खिलाड़ी भाग लेंगें.