नई दिल्ली : रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोचों पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाली पहलवान विनेश फोगाट ने जाग्रेब ओपन में न खेलने का फैसला किया है. उनके साथ विरोध करने वाले पहलवान भी जाग्रेब ओपन में नहीं खेलेंगे. पहलवानों का कहना है कि वो टूर्नामेंट के लिए तैयार नहीं हैं. पहलवानों के इस फैसले के बाद भारत जाग्रेब ओपन में प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएगा.
निगरानी समिति से असंतुष्ट हैं पहलवान
पहलवानों और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए बनाई गई सरकार की निगरानी कमेटी से पहलवान असंतुष्ट हैं. पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का कहना है कि जांच समिति में शामिल खिलाड़ियों के बारे में उनसे परामर्श नहीं लिया गया. इसलिए अब 8 पहलवानों ने 1 से 5 फरवरी के बीच होने वाले जाग्रेब ओपन (Zagreb Open) से अपना नाम वापस ले लिया है.
निगरानी समिति ने की थी दल की घोषणा
मैरी कॉम (Mary Kom) की अध्यक्षता वाली निगरानी समिति ने क्रोएशिया की राजधानी में 1 फरवरी से शुरू होने वाली UWW रैंकिंग सीरीज के लिए 36 सदस्यीय पहलवानों के दल की घोषणा की थी. लेकिन अब रेसलर्स प्रतियोगिता के लिए तैयार नहीं होने का हवाला दे रहे हैं. वहीं, अंजू चोट के कारण टूर्नामेंट से हटी हैं. अचानक लिये गए इस फैसले के कारण समिति को नए पहलवानों का दल घोषित करने में समय लगेगा. हो सकता है भारत इसमें भाग लेने से चूक जाए.
ये पहलवान नहीं खेलेंगे जाग्रेब ओपन
बता दें कि पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर तीन दिन तक महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ योन शोषण के आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि वे तब तक किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगे, जब तक भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को भंग नहीं किया जाता. अब टोक्यो ओलंपिक के सिल्वर मेडल विजेता रवि दहिया (57 किग्रा), विश्व चैंपियनशिप के मेडल विजेता दीपक पूनिया (86 किग्रा), अंशु मलिक (57 किग्रा), बजरंग पूनिया की पत्नी पहलवान संगीता फोगाट (62 किग्रा), सरिता मोर (59 किग्रा) और जितेंद्र किन्हा (79 किग्रा), विनेश फोगाट (53 किग्रा) और बजरंग पूनिया (65 किग्रा) ने अपना नाम जाग्रेब ओपन से वापस ले लिया है.