टोक्यो: अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए घरेलू प्रायोजको ने लगभग 243 अरब रूपये (3.3 बिलियन डॉलर) दिए है जो पिछले किसी भी ओलंपिक से दोगुना है. ये रकम भी हालांकि इन खेलों के आयोजन के लिए काफी नहीं है.
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण एक साल के लिए स्थगित हुए इन खेलों के खर्चों में हुई बढ़ोतरी को पूरा करने के लिए प्रायोजकों से और रकम देने को कहा गया है.
जापान के व्यापारियों पर कोविड-19 महामारी का असर पड़ा है जिससे इन खेलों में और रकम लगाने में संदेह है.
महामारी के कारण ओलंपिक के दौरान दर्शकों की संख्या कम होगी और इस दौरान पर्यटन से होने वाली कमाई भी प्रभावित होगी.
आयोजन समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तोशिरो मुतो ने पिछले सप्ताह कहा था कि ओलंपिक के स्थगित होने से करदाताओं पर 2.06 खरब रूपये (2.8 बिलियन डॉलर) का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.
उन्होंने कहा, "हम अपने सहयोगियों से अतिरिक्त प्रायोजन (भुगतान) की मांग करने की प्रक्रिया में है. प्रायोजकों ने अगले साल खेलों में योगदान देने की इच्छा व्यक्त की है, लेकिन उन्होंने रकम को लेकर जानकारी नहीं दी है."