टोक्यो: कोरोना वायरस का खतरा अब 2020 टोक्यो ओलिंपिक आयोजन पर भी पड़ सकता है. जिसको लेकर ओयोजन समिती के एक सहयोगी ने कहा है कि अगर मई तक कोरोना वायरस पर काबू ना पाया जा सका तो इस स्थगित किया जाएगा. ऐसी स्थिती में जापान के हाथ में कुछ भी नहीं है और इसका फैसला अब मई में ही हो सकेगा कि ओलंपिक इस बार होगा भी या नहीं लेकिन उससे पहले ओलंपिक की मशाल को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा होगया है.
इस साल 12 मार्च को टोक्यो ओलंपिक की मशाल जलाई जानी थी जो पूरे देश का टूर करके वापस स्टेडियम आती लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में जापान के पास इसका और कोई रास्ता नहीं है. हालांकि जापान की मदद के लिए ग्रीस आगे आया है. ग्रीक ओलिंपिक कमिटी ने सोमवार को कहा कि अगर उनके देश में कोरोना वायरस का खतरा नजर आता है तो वो ओलिंपिक मशाल प्रज्ज्वलित करने की सेरेमनी के वैकल्पिक विचारों को लेकर योजना बनाने के लिए सरकार से बात कर रहे हैं.
अगर ग्रीस में इस मशाल को प्रज्जवलीत किया जाता है तो इस टॉर्च को ग्रीस की धरती पर घुमाया जाएगा. इसके बाद 19 मार्च को इसे एथेंस के पानाथेनिक स्टेडियम में जापानी आयोजकों को थमाया जाएगा.
ओलंपिक आयोजनकर्ता ने कहा, 'हम आपात समिति और स्वास्थ्य विभाग से लगातार बात कर रहे हैं. अगर हमारे देश मे वायरस का असर नजर आता है तो हमारे पास इसके लिए प्लान तैयार है.'
ओलिंपिक मशाल ग्रीस में 37 शाहरों और 15 पुरानी इमारतों से होकर गुजरेगी. ये ग्रीस में 3500 किलोमीटर का जमीनी और 842 न्यूटिकल मील का सफर तय करेगी. इसमें 600 धावक शामिल होंगे.
ग्रीस के खेल राज्यमंत्री ने कहा, 'हमारे देश के पास यह खास उपलब्धि और खुशकिस्मती है जिसमें किसी भी ओलिंपिक आयोजन से पहले ये सेरिमनी की जाती है.'
ग्रीस (यूनान) के निशानेबाजी में ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट अन्ना कोराकाकी सबसे पहले मशाल थामेंगी. इस आयोजन के लिए एक महिला को चुना गया है.