नई दिल्ली : स्वीडन जैसे देश ने सेक्स को खेल घोषित करते हुए एक नयी चर्चा छेड़ दी है. इसके लिए बाकायदा यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप (European Sex Championship) का भी आयोजन किए जाने की घोषणा कर दी है. कहा जा रहा है कि दुनिया भर में खेले जाने वाले पारंपरिक खेलों क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी के जैसे ही इस खेल का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान इस चैंपियनशिप भाग लेने वाले खिलाड़ियों (जोड़ों) को अपनी सेक्स स्किल और अन्य कुशलताएं दिखानी होगी.
आप तो जानते हैं कि कई देशों नें 'सेक्स' एक ऐसा शब्द है, जिसे सार्वजनिक स्थानों पर बोलना गुनाह समझा जाता है. घर परिवार व आपसी बातचीत में लोग इसका नाम सुनते ही लोग मुंह बनाने लगते हैं. इस पर चर्चा करने वाले के कैरेक्टर पर सवाल उठाया जाने लगता है. अकेले में चोरी चुपके इस पर चाहे जितनी बात की जाए, लेकिन सार्वजनिक रूप से कोई स्वीकार नहीं करना चाहता है. इसको लेकर सारी बातें केवल प्राइवेट व एकांत में ही होती हैं. लेकिन यूरोप के एक पढ़े लिखे देश स्वीडन ने इसे खेल के रूप में मान्यता देकर एक नयी बहस को जन्म दिया है. वह इस तरह की घोषणा करने वाला दुनिया का पहला देश भी बन गया है.
-
'In Sweden, sex is now a sport, first European Sex Championship to be held soon'. What do you think?
— taslima nasreen (@taslimanasreen) June 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">'In Sweden, sex is now a sport, first European Sex Championship to be held soon'. What do you think?
— taslima nasreen (@taslimanasreen) June 4, 2023'In Sweden, sex is now a sport, first European Sex Championship to be held soon'. What do you think?
— taslima nasreen (@taslimanasreen) June 4, 2023
इस पर जानी मानी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने अपने विचार लिखे हैं. तमाम मसलों पर खुलकर लिखने पढ़ने के साथ साथ बोलने वाली मशहूर लेखिका तस्लीमा नसरीन बांग्लादेश से निर्वासित होने के बाद भारत में रह रही हैं. यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप की खबर जब उनके कानों तक पहुंची तो न सिर्फ ट्वीट किया, बल्कि अपने फेसबुक पर बांग्लाभाषा में लंबा चौड़ा लेख लिख दिया है....
तस्लीमा नसरीन ने लिखा-
''स्वीडन ने संगम को एक खेल घोषित किया है.. फुटबॉल, क्रिकेट, रग्बी, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, टेनिस, बॉलरूम डांसिंग, आइस डांस स्पोर्ट्स आदि जैसे खेल..स्वीडन ने यह भी घोषणा की है कि यूरोपीय देश जल्द ही सेक्स या मेटिंग के लिए एक प्रतियोगिता शुरू कर रहा है.. उंगली के स्पर्श से चरमोत्कर्ष या संभोग तक, समय ...शायद दो या तीन घंटे तक चलेगा.''
तस्लीमा नसरीन इसके आगे भी लिखते हुए कहती हैं कि...
''अतीत में कुछ हो जाए तो बुरा नहीं लगता.. किसी दिन मैं सुन सकती हूं कि सेक्स नाम का खेल भी ओलंपिक में चला जाए..''
तस्लीमा नसरीन ने इसके फायदे भी बताए हैं और कहा है कि इस तरह के खेल में पुरुषों और महिलाओं की भूमिका समान होगी और कोई किसी पर हावी नहीं होगा....
''जैसे एथलीट प्रतियोगिता के लिए अभ्यास करते हैं, वैसे ही यौन प्रतियोगी भी करते हैं. सेक्स की खूबसूरती बढ़ाने की कोशिश करेंगे, परफॉर्मेंस बेहतर करने की कोशिश करेंगे. एक ऐसा काम जो दैनिक जीवन में इतना आवश्यक है, जिस पर लोगों के सुख-दुख इतने निर्भर हैं, उसे शर्म की बात समझकर अंधेरे में नहीं छोड़ना चाहिए, बल्कि उसे प्रकाश में लाना चाहिए और उसका सम्मान करना चाहिए. बहुत से लोग कहेंगे कि सेक्स-स्पोर्ट्स के अस्तित्व के लिए जो आवश्यक है वह अश्लील साहित्य है. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पोर्नोग्राफी आज महिलाओं के खिलाफ हिंसा का एक रूप बन गई है. जितना अधिक महिलाओं के शरीर को गाली दी जाती है, उतनी ही महिलाएं पीड़ित होती हैं, उतना ही अधिक लोकप्रिय पोर्न बन जाता है. .... यूरोपीय सेक्स प्रतियोगिता में, पुरुषों और महिलाओं की भूमिका समान होगी, कोई भी दूसरे पर हावी नहीं होगा..''
हालांकि लेखिका तस्लीमा नसरीन को इस प्रतियोगिता के होने पर संदेह है लेकिन फिर भी वह पहल से आशांवित हैं...
''मैं इस संदेह से मुक्त नहीं हूं कि क्या इस तरह की प्रतियोगिता हो पाएगी. या केवल घोषणा तक सीमित हो सकती है. फिर भी, इस घोषणा ने समाज को यह सोचने का मौका दिया कि सेक्स केवल पुरुषों के बस की बात नहीं है, यह सोचने के लिए कि सेक्स को कलाहीन और सौंदर्यहीन स्थिति से बचाया जाना चाहिए, यह सोचने के लिए कि सेक्स को विभिन्न स्थानों पर समृद्ध किया जाना चाहिए..''
आपको बता दें कि स्वीडिश फेडरेशन ऑफ सेक्स 8 जून से यूरोपीय सेक्स चैंपियनशिप का आयोजन कर रही है, जिसमें कई देशों के खिलाड़ी शामिल होने जा रहे हैं. कई हफ्तों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में हर दिन 6 घंटे के मुकाबले होने वाले हैं. हर मैच और एक्टिविटी के लिए 45 मिनट से एक घंटे तक का समय तय किया जा रहा है, जिसमें प्रतिभागियों को अपनी कला का प्रदर्शन करना होगा.