नई दिल्ली : चुनाव अधिकारी एस के मेंदीरत्ता ने भारतीय ओलंपिक संघ के मुख्यालय पर हुए चुनाव में मित्तल और शांतिकुमार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया.
अधिकारियों का कार्यकाल 2023 तक का होगा
जीएफआई ने एक बयान में बताया कि चुनाव के बाद अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति की घोषणा की गई. सुधीर के अलावा सी. प्रभाकर, दिग्विजय सिंह, किरण विट्ठल और पी. प्रभु उपाध्यक्ष चुने गए हैं.
इनके अलावा, शांतिकुमार सिंह को महासचिव और अनिल मिश्रा, मनोज कुमार, एन. सुब्बाराव तथा उज्ज्वल बरुआ को सह सचिव नियुक्त किया गया है. वहीं, कौशिक बीड़ीवाला को कोषाध्यक्ष और ए. सोमेश्वर, जी. गुणाशेखरन, ओ.पी. रनोट तथा परमेश्वर प्रजापत को कार्यकारी सदस्य बनाया गया है. चुने गए अधिकारियों का कार्यकाल 2023 तक का होगा.
आईओए के पर्यवेक्षक चुनाव के दौरान मौजूद रहे
इन पदों के लिये इनके सामने कोई विरोधी नहीं था. एक कोषाध्यक्ष और कार्यकारी समिति के चार सदस्यों के लिये चुनाव हुए. कौशिक बीड़ीवाला ने अशोक कुमार साहू को दो के मुकाबले 42 मतों से हराया. अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक महासंघ , खेल मंत्रालय और आईओए के पर्यवेक्षक चुनाव के दौरान मौजूद थे.
मित्तल 2003 से 2007 के बीच जीएफआई के अध्यक्ष रहे
पूर्व महासचिव आंद्रे गुइसबलेर एफआईजी के पर्यवेक्षक थे जबकि दीपक कुमार खेल मंत्रालय और एम एस त्यागी आईओए के पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद थे. पंजाब कैडर के सेवानिवृत आईएएस अधिकारी मित्तल 2003 से 2007 के बीच जीएफआई के अध्यक्ष रहे.
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जीएफआई की मान्यता खेल मंत्रालय ने 2012 में रद्द कर दी थी लेकिन अब चुनाव के बाद इसे मान्यता फिर मिलने की संभावना है.