हैदराबाद: वेटलिफ्टर मिराबाई चानू और जेरेमी लालरिनुंगा, स्प्रिंटर हिमा दास और हेपटैथलेट स्वप्ना बर्मन जैसे शीर्ष भारतीय एथलीटों ने गुरुवार को पटियाला के राष्ट्रीय खेल संस्थान (साई) में आयोजित अभिनव टीम निर्माण अभ्यास में हिस्सा लिया. भारतीय खेल प्राधिकरण की ओर से आयोजित ये वर्कशॉप ओलंपिक पोडियम योजना का हिस्सा है.
एथलीट एजुकेशन वर्कशॉप का मकसद एथलीटों को फील्ड के बाहर के महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी देना है. जैसे प्रतियोगिता के बाद मीडिया को संबोधित करना, ब्रांड इंडोर्समेंट के लिए कानूनी अनुबंधों को तैयार करना, एंटी-डोपिंग निर्देशों और सार्वजनिक मंचों पर खुद को संचालित करने के लिए सॉफ्ट स्किल की ट्रेनिंग देना है.
साई की महानिदेशक नीलम कपूर ने बातया कि,"ये सीरीज की दूसरी कार्यशाला है और हम एथलीटों से मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया से खुश हैं. हम इन कार्यशालाओं को अन्य साई केंद्रों में भी ले जाएंगे."
2018 यूथ ओलंपिक खेलों के स्वर्ण पदक विजेता जेरेमी लालरिनुंगा ने इस वर्कशॉप के बाद कहा,"मैंने वर्कशॉप के सभी सत्रों का आनंद लिया और मैंने उन चीजों के बारे में बहुत कुछ सीखा, जिनके बारे में मुझे भी नहीं पता था. मैंने कौशल कार्यशाला में एक सार्वजनिक मंच पर कैसे व्यवहार करना है, इसके बारे में सीखा और आगे चलकर इसका उपयोग करना चाहूंगा."
हिमा दास, जिन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में तीन पदक जीते थे उन्होंने कहा,"हमें जो कॉन्ट्रैक्ट मिलते हैं, वे बहुत लंबे होते हैं, मैं उन्हें कभी नहीं पढ़ती. लेकिन आज मैंने सीखा कि कॉन्ट्रैक्ट के कौन से हिस्से बिल्कुल आवश्यक हैं. एथलीट को इनके बारे में पता होना चाहिए. मैं अपने सभी आगामी कॉन्ट्रैक्टों में उन हिस्सों पर धयान दूंगी."
इन कार्यशालाओं में एथलीटों के जीवन के पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है जो अभी तक उन पर खुद से निपटने के लिए छोड़ दिए गए थे. ये एक सकारात्मक कदम है, जिसका उद्देश्य भारतीय एथलीटों को अधिक आत्मविश्वास के साथ-साथ सुरक्षित बनाना है.