हैदराबाद : देखिए खेल जगत की कुछ ऐसी खबरें जिनकों हेडलाइन में जगह नहीं मिली लेकिन खेल प्रेमी के लिए इन खबरों को जानना बेहद जरुरी है.
ईरान में महिलाओं ने दशकों बाद देखा फुटबॉल मैच
ईरान में दशकों बाद हजारों महिलाओं को एक फुटबॉल मैच देखने का मौका मिला. तेहरान के अजादी स्टेडियम में गुरुवार को करीब 3,500 महिलाओं ने ईरान की फुटबॉल टीम को खेलते हुए देखा. फीफा विश्व कप क्वालीफायर के इस शानदार मैच में ईरान ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कंबोडिया को 14-0 से पराजित किया. महिलाओं को स्टेडियम में बने विशेष सेक्शन में बैठाया गया. स्टेडियम की कुल क्षमता 78,000 दर्शकों की है. फोटो मे देखा गया कि उत्साहित ईरान की महिलाएं अपने देश के झंडे लहरा रही थी.
जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में हुआ हादसा
स्टेट जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप स्तर के खेलों में भला इतनी लापरवाही कैसे हो सकती है कि किसी की जान ही खतरे में आ जाए. दरअसल केरल में 63वीं केरल स्टेट जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के दौरान एक वॉलंटियर गंभीर रूप से घायल हो गया.
दरअसल हुआ क्या आपको सुनकर हैरानी होगी क्योंकि भाला फेंक और हथोड़ा फेंक प्रतियोगिता दोनों एक साथ आयोजित की जा रहीं थीं. जब एक वॉलंटियर मैदान में भाले को उठाने गया तो 35 मीटर पीछे से एक प्रतियोगी द्वारा फेंका गया 3 किलो का हथौड़ा उसके सिर पर जा लगा.
चैंपियनशिप का आयोजन केरल के कोट्टायम जिले के पाला शहर के म्यूनिसिपल स्टेडियम में हो रहा था. सेफ्टी अलर्ट होने के बावजूद उस पर ध्यान नहीं दिया गया जिसके कारण ये दुखद हादसा हुआ.
कार्डिफ हाफ मैराथन में हुई मौत
खेलों में खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा की भावना को लेकर भाग लेते हैं. किसी को इसमें जीत मिलती है तो किसी को हार नसीब होती है. लेकिन इस दौरान अगर किसी खिलाड़ी की मौत हो जाए तो इससे ज्यादा परेशानी वाली बात और क्या हो सकती है. ऐसा ही कुछ हुआ कार्डिफ हाफ मैराथन में हिस्सा ले रहे एक धावक के साथ, जिसकी रेस के दौरान ही मौत हो गई. पिछले साल भी दो ब्रिटिश धावकों की मैराथन के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. इस बार कार्डिफ हाफ मैराथन में कुल 27,000 धावकों ने हिस्सा लिया था.
वर्ल्ड महिला चैम्पियनशिप में जीता मेडल
जब होसलें बुलंद हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता फिर चाहे मुसीबतें कितनी भी क्यों न हो . वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंची भारत की बेटी जमुना बोरो के यहां तक पहुंचने की कहानी भी काफी प्रेरणादायक है. बोरो की मां अपनी बेटी की बॉक्सिंग के सपनों को पूरा करने के लिए अभी भी सब्जियां बेचती थी. आसाम की जमुना बोरो ने कई अंतरराष्ट्रीय इवेंट में देश का नाम गौरवानवित किया है. उन्होंने इंडिया ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट और 23वें प्रेसिंड्ट्स कप में गोल्ड मेडल जीता था.
धाविका निर्मला शेरॉन पर लगा प्रतिबंध
भारतीय फर्राटा धाविका निर्मला शेरॉन को 'एथलेटिक्स इंटिग्रेट यूनिट (एआईयू)' ने डोपिंग मामले में चार साल के लिए प्रतिबंधित करने के साथ उनके दो एशियाई चैंपियनशिप खिताब वापस ले लिए हैं. एआईयू ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों के डोपिंग मामले को देखती है. एआईयू ने निर्मला को जून 2018 में घरेलू प्रतियोगिता में स्टेरॉयड ड्रोस्तानोलोन और मेटेनोलोन के इस्तेमाल का दोषी पाया था. निर्मला ने 2017 में भारत में हुई एशियाई चैंपियनशिप में 400 मीटर और चार गुणा 400 मीटर रिले में स्वर्ण पदक हासिल किया था. उन्होंने रियो ओलंपिक में भी इन दोनों स्पर्धाओं में भाग लिया था.
शहडोल जिले को मिली नई पहचान
अब बात करते हैं मध्य प्रदेश के एक ऐसे क्षेत्र की जंहा लड़कियों ने ठान ली है कि वे दुनिया के बंधनों को तोड़कर अपनी हिम्मत के दम पर कुछ ऐसा कर जाएंगी जिसके बाद देश उनके उपर गर्व महसूस करेगा । क्रिकेट के क्षेत्र में पिछले कुछ सालों में मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की एक अलग पहचान बनी है. शहडोल की लड़कियां क्रिकेट में अपना जलवा बिखेर रही हैं और ये सब संभव हुआ शहडोल की रहने वाली पूजा वस्त्रकार की वजह से है. जो भारतीय टीम में शामिल होकर अपने क्रिकेट के हुनर का लोहा मनवा चुकी है. आज उन्ही से प्रेरित होकर शहडोल की करीब 30 से 40 लड़कियां अलग-अलग वर्ग में क्रिकेट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.